धूम्रपान का सेवन दिनो दिन बढ़ता जा रहा है। देश का नया युवा जल्दी नशे की चपट में घुलता जा रहा है । इसके लिए ज़िम्मेदार किसे ठहराया जाए चलचित्रो/फ़िल्मों को, घर के माहौल को, संगति के प्रभाव को या आस पास के वातावरण को । देखा जाए तो यह सभी वजह कही न कही मान्य हैं। आज के बदलते/बढ़ते युग में धूम्रपान ऐसी चीज़ बन गया है जिससे नया युवा बड़ी शान की बात समझता है और अगर उनके समूह कोई एक ऐसा मित्र या साथी है जो धूम्रपान नहीं करता तो उसका मज़ाक़ बनाया जाता है ओर बच्चा कह के चिड़ाया जाता है।
जो लोग धूम्रपान नही करते वे लोग भी धूम्रपान का शिकार हो रहे है क्यूँकि हर जगा कोई ना कोई धूम्रपान करता है और उन्हें कोई रोकता नहीं है, खुली आज़ादी से करते है और हर जगह करते है तो इस प्रकार जो लोग धूम्रपान नहीं करते उन लोगों के न चाहते हुए भी धूम्रपान हो रहा है क्यूँकि किसी न किसी तरह से धुआँ तो अंदर जा ही रहा है इसको निष्क्रिय धूम्रपान भी कहते है । आज कल धूम्रपान के सेवन के लिए सर्वाधिक चलन में है हुक्का जिसका सेवन आज या युवा अधिकतम कर रहा है जिनमे से बहुत से लोग यह सोच कर हुक्के का सेवन करते है की हुक्का सेहत के लिए हानिकारक नहीं है जो लोग हुक्के को कम हानिकारक मानकर सेवन करते है वो यह नहीं जानते की यह सिगरेट बीड़ी से भी ज़्यादा हानिकारक है। अगर देखा जाए तो म.प्र. के कही शहरो में हुक्के का सेवन निषेध है जिनमे से इंदौर एक है तो सवाल ये है कि बाक़ी शहरो में हुक्के पाबंदी क्यू नहीं हैं?

अगर देखा जाए तो शिवपुरी के होटलों में अलग से हुक्का सेवन के लिए कक्ष बना रखे हैं जिसमें भारी मात्रा में युवा जाते हैं, क्यू प्रशासन कुछ नहीं करता।
जहां एक तरफ़ बोला जाता है कि धूम्रपान पड़ेगा महँगा, धूम्रपान करने पर होगा जुर्माना लेकिन जब जुर्माना करने वाले खुद सिगरेट का सेवन करते नज़र आए तो नागरिक करे तो करे क्या? कई युवाओं से जब हमने बात की तो उनका कहना था कि हम पुलिस के पास जाने को सोचते हैं लेकिन पुलिसवाले ख़ुद हमे धूम्रपान करते नज़र आते हैं वो भी पब्लिक प्लेस पर, जब प्रशासन के लोग ही नियमों का उलंघन कर रहें हैं तो हम शिकायत भी किस से करे? जहां एक तरफ़ यह नियम है की पब्लिक प्लेस पर सिगरेट पीना माना है वहाँ खुद पुलिस युवाओं से भरे क्षेत्र में धूम्रपान कर रही है ।सोचने वाली बात यह है जिस प्रशासन को एक तरह से समाज का आएना कहा जाता है वही ऐसे करेंगे तो नागरिकों पर क्या प्रभाव पढ़ेगा।
कई सवाल सामने आते है जहां नियम यह है की अगर आपकी उम्र 18 से कम है तो आप धूम्रपान से सम्बंधित एक भी चीज़ ख़रीद नहीं सकते लेकिन ऐसा कुछ होता नहीं है बल्कि आज के दिनो में 18 से कम उम्र के बच्चे ज़ायद सेवन कर रहे हैं।
ज़ो लोग शिकायत करना चाहते है वो भी किससे करे शिकायत ये बड़ा सवाल है।
धूम्रपान से सम्बंधित कुछ नियम नियम
- 25% से अधिक सार्वजनिक स्थान को धूम्रपान क्षेत्र के रूप में निर्दिष्ट नहीं किया जा सकता है।
- आप व्यावसायिक चाइल्ड केअर गतिविधियों के लिए उपयोग किए जाने वाले परिसर में धूम्रपान नहीं कर सकते।
- 18 से कम उम्र के बच्चों को नहीं बेचा जाता तम्बाकू
- आप आंशिक रूप से संलग्न सार्वजनिक क्षेत्रों में धूम्रपान नहीं कर सकते।