चुनाव आचार संहिता की उड़ी धज्जियां, जैन मंदिर पर लहराए भाजपा के झण्डे

कांग्रेस के लीगल सेल ने जड़ी शिकायत
  • प्रचार के लिए धर्म का सहारा लेना आपत्तिजनक

प्रचार प्रसार के दौरान यहां शहर में आए दिन चुनाव आचार संहिता के प्रावधानों की धज्जियां बिखेरी जा रही हैं।हालत यह है कि राजनैतिक दलों के कार्यकर्ता और नेता मनमानी पोस्ट डाल कर सोशल मीडिया के माध्यम से माहौल बिगाड़ने मेंं जुटे हैं वहीं बाजारों मेें जहां तहां प्रचार पोस्टर्स और बैनर्स के अलावा झण्डों का उपयोग भी मनमाने ढंग से किया जा रहा है।

शिवपुरी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी देवेंद्र जैन के कुछ कार्यकर्ताओं ने आचार संहिता की परवाह किए बिना जैन मंदिर पर ही पार्टी के झंडे फ हरा दिए। कांग्रेस की लीगल सेल ने इस पर संज्ञान लिया है और मामले की शिकायत ईसीआई को की है। यहां बता दें कि कांग्रेस प्रत्याशी केपी सिंह के विरुद्ध इंटरनेट माध्यम सोशल मीडिया पर प्रसारित पोस्ट पर से एडवोकेट राजीव शर्मा की शिकायत पर चुनाव आयोग संज्ञान ले चुका है और एफआईआर भी दर्ज कराई जा चुकी है। इसके बाद जैन मंदिर पर भाजपा के झण्डे लगाने का मामला भी पुलिस केस में तब्दील होना तय बताया जा रहा है।चुनाव आयोग के स्पष्ट दिशा निर्देश हैं कि कोई भी दल या प्रत्याशी किसी धार्मिक स्थल को चुनाव प्रचार का जरिया नहीं बना सकता है। इसके बावजूद शिवपुरी विधानसभा के भाजपा प्रत्याशी देवेन्द्र जैन के समर्थकों और भाजपा कार्यकर्ताओं ने शहर में लगाए जा रहे झंडों के क्रम में पुराने बस स्टैंड के पास स्थित आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर पर पर पवित्र और धार्मिक इमारत को राजनीति का रंग देने का प्रयास किया।

मामले की शिकायत लीगल सेल के अभिभाषक अभय जैन ने चुनाव आयोग को दर्ज कराई है। शिकायत में उल्लेख किया है कि मैेने आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर पर भारतीय जनता पार्टी के कई झंडे लगे देखे हैं, जबकि चुनाव आयोग के स्पष्ट निर्देश हैं कि किसी भी धार्मिक स्थल का उपयोग राजनैतिक अभियान के रूप में नहीं किया जा सकता है।

शिकायतकर्ता अधिवक्ता का कहना है कि शिवपुरी विधानसभा क्षेत्र में पुराने बस स्टैंड पर स्थित आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर को राजनैतिक रंग दिया गया। ऐसी ओछी राजनीति न केवल गैर कानूनी है बल्कि अनैतिक है, अशोभनीय है। खासकर जब देवेन्द्र जैन जो बीजेपी प्रत्याशी हैं वह जैन समाज से आते हैं इसलिए उन्हें समझना चाहिए कि जैन धर्म त्याग.तप का धर्म है, एवं जिनालय को कार्यालय बनाना बेहद अशोभनीय एवं निंदनीय है। इसकी शिकायत जिला निर्वाचन अधिकारी को भेज दी गई है।

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Aarav Kanha
Aarav Kanha
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