विधायक वीरेंद्र की पत्नी बोलीं – साढ़े तीन साल से बहुत परेशान थे मेरे पति

भारतीय जनता पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा देने के बाद वीरेंद्र रघुवंशी के घर पर पत्रकारों का और उनके समर्थकों का जमावड़ा लगा हुआ था,

*सिंधिया से परेशान विधायक के भाजपा छोड़ने पर पत्नी बोलीं घर मे बहुत टेंशन था

भारतीय जनता पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा देने के बाद वीरेंद्र रघुवंशी के घर पर पत्रकारों का और उनके समर्थकों का जमावड़ा लगा हुआ था, जिस समय वीरेंद्र रघुवंशी पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे उसी समय उनके परिजन संबोधन को बड़े ध्यान से सुन रहे थे।
बेचैन नजर की नजर जब श्रीमती विभा रघुवंशी जो वीरेंद्र रघुवंशी की धर्मपत्नी है पर पड़ी तो इस पूरे मामले में उनसे उनकी प्रतिक्रिया जानी । बता दें सामाजिक क्षेत्रों में अपनी धमक रखने वाली विभा रघुवंशी वीरेंद्र की राजनीति में खासा दखल रखती हैं कहा तो यह भी जाता है कि वह हर निर्णय सोच समझ कर लेती हैं।

ये बोलीं विभा रघुवंशी

मेरे पतिदेव ने भारतीय जनता पार्टी को छोड़ने का जो निर्णय लिया है वह सही समय पर सही निर्णय है। उनका जो स्वभाव है कोई इस तरह से राजनीति नहीं कर पाते वह साढ़े तीन साल से बहुत परेशान थे हर बात पर उनको परेशान किया जा रहा था । छोटे-छोटे कामों में चपरासी के ट्रांसफर तक नहीं हो पा रहा था इसका होना, उनका नहीं होना बहुत कष्ट दे रहा था। रोज हमारे घर में टेंशन होता था।
विभा रघुवंशी ने कहा कि उनके भाजपा छोड़ने के निर्णय से हम सभी बहुत संतुष्ट हैं , जो होगा ऊपर वाला अच्छा करेगा। जो उनका स्वभाव है वह इस तरह से राजनीति नहीं कर सकते जो लोग भ्रष्टाचार करते हैं, बेईमान होते हैं, चालाक होते हैं वह तो सब बर्दाश्त कर लेते हैं पर मेरे पति स्वाभिमानी है वे ये सब बर्दाश्त नहीं कर सकते । उन्होंने कहा कि पार्टी कौन सी ज्वाइन करनी चाहिए इसका निर्णय वीरेंद्र जी खुद लेंगे। उनके हर निर्णय में हमारा पूरा परिवार और समर्थक साथ हैं। यह पूछे जाने पर कि अब वीरेंद्र रघुवंशी अपनी सक्रियता कोलारस विधानसभा क्षेत्र में रखेंगे या फिर शिवपुरी विधानसभा क्षेत्र में ? तो उनका कहना था कि जहां पार्टी करवाएगी वहां काम करेंगे। विभा रघुवंशी ने कहा कि सबसे ज्यादा आहत मेरे पति सिंधिया खेमे से रहे हैं। पहले भी सिंधिया जी से परेशान होकर पार्टी छोड़ी थी और इस बार भी उन्हीं के कारण यह पार्टी भी छोड़नी पड़ी है। विभा बोली कि अब हम हल्का महसूस कर रहे हैं हमें किसी तरह की कोई चिंता नहीं है । सेवा करनी है अगर जनता मौका देगी तो करेंगे और वैसे भी करनी है सेवा तो…

Share this article >
Aarav Kanha
Aarav Kanha
Articles: 258

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Discover more from बेचैन नज़र

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading