के.जी. सुरेश कार्यकाल में विश्वविद्यालय ने कई नए आयामों को छुआ
भोपाल, 17 सितंबर 2023: माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय के कुलपति के.जी. सुरेश को कल (16 सितंबर) बतौर कुलपति तीन साल पूरे हो गए हैं। इस दौरान उन्होंने विश्वविद्यालय को कई नए आयामों पर पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
कुलपति के.जी. सुरेश ने इस अवसर पर कहा कि यह उनके लिए एक बहुत ही सम्मानजनक क्षण है। उन्होंने कहा कि इस दौरान विश्वविद्यालय परिवार के सामूहिक प्रयासों से कई नए कीर्तिमान स्थापित हुए हैं। के.जी. सुरेश के कार्यकाल के दौरान विश्वविद्यालय ने कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं।
कुलपति के.जी. सुरेश ने कहा कि वह विश्वविद्यालय को और अधिक ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने विश्वविद्यालय परिवार को धन्यवाद कहा और सभी को शुभकामनाएँ दी।
कुलपति के.जी. सुरेश के कार्यकाल की प्रमुख उपलब्धियां
- कोरोना काल में शिक्षा का निर्विघ्न संचालन
- तीन नए परिसरों की स्थापना
- राष्ट्रीय शिक्षा नीति का क्रियान्वयन
- पहली बार प्रतिष्ठित पत्रिकाओं के रैंकिंग में स्थान पाना
- सिनेमा अध्ययन और भारतीय भाषा विभागों की स्थापना
- चित्र भारती राष्ट्रीय लघु फिल्म उत्सव का सफल आयोजन
- सामुदायिक रेडियो कर्मवीर की स्थापना
- नए पाठ्यक्रम, नए प्रकाशन और राष्ट्रीय/अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठियां
कोरोना काल में शिक्षा का निर्विघ्न संचालन
कोविड-19 महामारी के दौरान, कुलपति के.जी. सुरेश ने विश्वविद्यालय को ऑनलाइन शिक्षा के माध्यम से शिक्षा को निर्विघ्न रूप से जारी रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने विश्वविद्यालय के सभी संकायों और कर्मचारियों को ऑनलाइन शिक्षा के लिए प्रशिक्षित किया और विश्वविद्यालय के सभी पाठ्यक्रमों को ऑनलाइन रूपांतरित किया।
तीन नए परिसरों की स्थापना
कुलपति के कार्यकाल के दौरान, विश्वविद्यालय ने तीन नए परिसरों की स्थापना की। जिस में बिशनखेड़ी, दतिया और रीवा परिसर शामिल हैं। इन परिसरों की स्थापना से विश्वविद्यालय के छात्रों और शिक्षकों को बेहतर सुविधाएं और अवसर उपलब्ध हुए हैं।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति का क्रियान्वयन
कुलपति ने विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 को प्रभावी ढंग से लागू किया। उन्होंने विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रमों, शिक्षण विधियों और मूल्यांकन प्रक्रियाओं में व्यापक बदलाव किए।
प्रतिष्ठित पत्रिकाओं के रैंकिंग में स्थान
कुलपति के नेतृत्व में, “माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय” को प्रतिष्ठित पत्रिकाओं की रैंकिंग में अच्छा स्थान मिला है।
सिनेमा अध्ययन और भारतीय भाषा विभागों की स्थापना
कुलपति ने विश्वविद्यालय में सिनेमा अध्ययन और भारतीय भाषा विभागों की स्थापना की। इन विभागों की स्थापना से विश्वविद्यालय के छात्रों को इन क्षेत्रों में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के अवसर उपलब्ध हुए हैं जहां रोज़ प्रैक्टिकल होते हैं।
चित्र भारती राष्ट्रीय लघु फिल्म उत्सव का सफल आयोजन
कुलपति के नेतृत्व में, विश्वविद्यालय ने चित्र भारती राष्ट्रीय लघु फिल्म उत्सव का सफल आयोजन किया। इस उत्सव में देश भर से आए फिल्म निर्माताओं ने अपनी फिल्मों का प्रदर्शन किया, जिस में अक्षय कुमार और विवेक अग्निओत्री भी शामिल थे।
सामुदायिक रेडियो कर्मवीर की स्थापना
कुलपति ने विश्वविद्यालय में सामुदायिक रेडियो कर्मवीर की स्थापना की। यह रेडियो विश्वविद्यालय के छात्रों और शिक्षकों को अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करने का एक मंच प्रदान करता है।
नए पाठ्यक्रम, नए प्रकाशन और राष्ट्रीय/अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठियां
कुलपति के कार्यकाल के दौरान, विश्वविद्यालय में कई नए पाठ्यक्रम शुरू किए गए हैं। इसके अलावा, विश्वविद्यालय ने कई नए प्रकाशन जारी किए हैं और राष्ट्रीय/अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठियों का आयोजन किया है।
जब विश्वविद्यालय के छत्रों से उनके कुलपति के बारे में पूछा तो हर जगह से केवल सकारात्मक जवाब सुनने को मिले जैसे
विश्वविद्यालय में निरंतर रूप से कई सेमिनार होते हैं और इवेंट्स होते हैं जिससे सभी बच्चों/छात्रों को काफ़ी कुछ सीखने का मौक़ा मिलता है और यह केवल कुलपति सर कि वजह से संभव हो पा रहा है, के.जी सर ख़ुद बहुत ऐक्टिव रहते हैं, उनको देख कर हमे भी ख़ुद में जोश आता है।
– कणिका राणा
के.जी सर हमेशा बच्चों को सपोर्ट करते हैं और हमेशा उनके अच्छे के लिए कदम उठाते हैं, वह रोज़ यही प्रयास करते है की कैसे विश्वविद्यालय को और बेहतर बनाया जाए।
– शिवांक साहू
कुलपति के.जी. सुरेश के कार्यकाल को विश्वविद्यालय के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि माना जा रहा है। उन्होंने विश्वविद्यालय को कई नए आयामों पर पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है