चित्रकूट को इको टूरिज्म बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा भारी प्रयास किए जा रहे हैं जिसके चलते वन विभाग द्वारा शबरी जलप्रपात (तुलसी जलप्रपात ) में ग्लास ब्रिज बनाया जा रहा है ।
चित्रकूट के लिए यह अत्यंत गर्व की बात है की इस तरह का यह उत्तर प्रदेश का पहला प्रोजेक्ट होगा। इसका काम प्रगति पर है सरकार का पूरा प्रयास है कि इसे कुछ महीनो में पर्यटकों के लिए शुरू कर दिया जाएगा ।
यहां कांच पुल बनने के अलावा पार्क, सेल्फी प्वाइंट, पिकनिक एरिया, फूड प्वाइंट, टिकिट घर के साथ भव्य इंट्री गेट बनने जा रहा है, टिकट लेकर पर्यटकों को प्रवेश दिया जाएगा।
चित्रकूट में ग्लास ब्रिज बनने से क्या – क्या अच्छा हो सकता है यहां के लिए।
- इसके बनने से चित्रकूट में धार्मिक पर्यटन के साथ-साथ इको टूरिज्म को भी बढ़ावा मिलेगा।
- यहां के लोगों को रोज़गार के अधिक अवसर उत्पन्न होंगे।
- यहां की अर्थव्यवस्था भी सुधरेगी।
- यहां के लोगों के जन जीवन में भी सुधार होगा।
कहा जा रहा है कि ग्लास ब्रिज का आकार धनुष के आकरनुमा होगा। धनुषाकार ग्लास पुल मे तीर के फिंगर टैब से क्षमतानुसार पर्यटक अंदर प्रवेश करेंगे और तीर के अग्र भाग तक प्रपात का आनंद लेते जा सकेंगे।