बस अड्डे पर अराजकता के हालात, गंदगी, कब्जों से बिगड़ा माहौल

बस स्टेण्ड पर गत दिवस इस स्थान पर हुआ था रेप, असमाजिक तत्वों की सक्रियता से हाल बेहाल।
  • ना पीने के पानी की सुविधा ना शौचालय की व्यवस्था चौतरफा अव्यवस्था
  • सफाई व्यवस्था पर नहीं है ध्यान, अन्तर्राज्जीय स्तर पर बिगड़ रही है छबि

बीच बस स्टेण्ड पर एक मासूम बालिका के साथ दुष्कर्म की घटना घटित होना मामूली बात नहीं, यह इकलौता घटनाक्रम नहीं बल्कि इससे पूर्व बस मे भी रेप की घटना यहां हो चुकी है मगर इन हादसों से प्रशासन ने कोई सबक नहीं लिया। न गश्त व्यवस्था दुरुस्त हुई न ही यहां पुलिस केे प्रबंध पुख्ता हुए। शिवपुरी के अंतरराज्यीय बस स्टैंड दुरावस्था का शिकार होकर गुण्डों की शरण स्थली बन कर रह गया है।यहां स्थिति इस हद तक बदहाल है कि यहां यात्रियों को मूलभूत सुविधाऐं भी नहीं मिल पा रही हैं। बस स्टैण्ड परिसर में अवैध निर्माण चारों ओर हो रहे अतिक्रमणों ने हालत खराब कर डाली है। बस स्टेण्ड के प्रवेश द्वार पर ही हाथ ठेलों पर सजी दुकानों का अतिक्रमण यहां बड़ा ही विकट नजारा पेश कर रहा है। यहां दूर दराज से आने जाने यात्रियों की दुश्वारियां बढ़ती जा रही हैं।करोड़ों रुपए की लागत से बना यह बस अड्डा इस समय भारी अव्यवस्थाओं का शिकार है। नगरीय निकाय ने इस बस स्टैंड को ठेके पर उठाकर पूरी तरह से इसकी व्यवस्थाओं से पल्ला झाड़ लिया है, और तो और ठेका शर्तों का भी यहां कोई अनुपालन नहीं हो रहा पूरे बस स्टैंड के भीतर असामाजिक तत्वों की सक्रियता अवैध वसूली और इस बिल्डिंग के विखंडन का नजारा शहर दिखा जा सकता है। चौतरफ ा पसरी गंदगी अतिक्रमण से घिरा समूचा बस स्टैंड अंतर राज्यीय स्तर पर शिवपुरी की छवि को बिगाड़ रहा है। यहां बस स्टैंड की जो बिल्डिंग है वह तीन अलग.अलग हिस्सों में है, जिनमें से दो हिस्सों की हालत यह है कि वहां कमरों के भीतर तक पशुओं के डेरे दिखाई दे रहे हैं। असामाजिक तत्व यहां के खिड़की दरवाजे तक उखाड़ ले गए है। अव्यवस्थाओं का आलम यह है कि नगर पालिका द्वारा निर्मित दुकानों के अतिरिक्त बस स्टैंड में समानांतर दुकाने अतिक्रमण कर स्थापित करा दी गई हैं जिसके चलते यहां चौतरफ ा अफ रा तफ री सी दिखाई देती है। बस यात्रियों के लिए बनाए गए शौचालय और मूत्रालय वर्षों से साफ नहीं हुए बस स्टैंड के पिछले हिस्से में दर्जनों की संख्या में पशु घूमते दिखाई दे रहे हैं। कीचड़ गंदगी से पूरे माहौल में बदबू के भभके यहां यात्रियों को चंद मिनट भी रुकने नहीं दे रहे। शाम ढलते ही यहां शराबियों और असमाजिक तत्वों का जमावड़ा इक्कठा हो जाता है जो खुलकर अपनी अराजक गतिविधियां संचालित करते हैं। कई मर्तबा यहां गोलीबारी भी हो चुकी है बस स्टैंड का एक हिस्सा कंडम बसों के पार्किंग स्थल में बदल चुका है इन बसों के नीचे कचरे के ढेर और उन पर आवारा पशुओं की बैठक देखते ही बनती है। बस यात्रियों के लिए ना तो यहां पेयजल का कोई प्रबंध है और ना ही शौचालय मूत्रालय जैसी कोई व्यवस्था ऐसे में महिला वर्ग को विशेषकर परेशानी उठना पड़ रही है। इस बस अड्डे के ठीक बाहर चारों तरफ फि र से गुमटियां स्थापित करा दी गई है और नगर पालिका इन गुमटियों से पैसों की वसूली कर रही है।दुर्भाग्यपूर्ण पहलू यह है कि इस समय नगरीय निकाय की सत्तादल के हाथों में होने के बावजूद इसके क्षेत्र की पूर्व सांसद कै श्रीमंत राजमाता विजय राजे सिंधिया के नाम पर बने इस बस स्टैंड को बदहाली से उबारने का कोई जतन अमल में आता दिखाई नहीं दे रहा।

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Aarav Kanha
Aarav Kanha
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