शिवपुरी जिले में जमीन माफियाओं के रसूख के सामने जिला प्रशासन बौना जान पड़ रहा है। अब तक एक भी रसूखदार भूमाफिया के विरुद्घ प्रशासन दण्डात्मक कार्रवाई तय नहीं कर पाया है। नगरीय क्षेत्र की जिन डेढ़ दर्जन कॉलोनियों के बारे में गत समय अपर कलेक्टर ने नगरीय निकाय से कार्यवाही सम्बंधी रिपोर्ट सात दिन में तलब की थी वह आज रिपोर्ट आज साल भर बाद तक नदारद है और इन कॉलोनियों में अवैध निर्माण जारी है। शहर में जहां चप्पे चप्पे पर अवैध रुप से कॉलोनियां काटी जा रही हैं वहीं जिले के कस्बाई और तहसील स्तर पर भी गोलमाल जारी है।
इस मामले में सबसे ताजातरीन उदाहरण जिले की पिछोर, पोहरी, करैरा तहसील और शिवपुरी अनुविभाग में भी जबर्दस्त धांधली सामने आ रही है। यहां वह सरकारी अमला भी अभियोजन की कार्यवाही जद में आता दिखाई दे रहा है जिसने अवैध कालोनाईजेशन और भूमि के अवैध करोबार की जानबूझकर अनदेखी की है।
शहर में अंधेरगर्दी, दर्जनों क्षेत्रों में अवैध कॉलोनियों की भरमार
शिवपुरी जिला मुख्यालय पर बेतहाशा अवैध कालोनाईजेशन हो रहा है। यहां नमोनगर, तो कहीं नोहरीकलां में अवैध कालोनाईजेशन दम से रहा है और प्रशासन के अधिकारियोंं को खबर तक नहीं है या फिर वे जानवूझकर चुप साधे हैं। आरआई पटवारी की रिपोर्ट्स को दबाया जा रहा है। यहां चौतरफा सैंकड़ो हैक्टेयर भूमि पर अवैध कॉलोनियां काटी जा रही हैं। इस अवैध कालोनाईजेशन पर कार्रवाई करना नगरीय क्षेत्र में नगर पालिका प्रशासन एवं एडीएम की जिम्मेदारी है तो ग्रामीण क्षेत्र में यह दायित्व एसडीओ राजस्व को ओढ़ना होता है। यहां तो सभी स्तर पर अधिकारी सुन्न दिखाई दे रहे हैं। नतीजतन भू माफिया दम से प्रशासन की नाक के नीचे अवैध कॉलोनाईजेशन में जुटे हैं। नोहरी कलां में आवासीय कॉलोनी काटी जा रही है। यह सब कुछ अवैध होकर आपराधिक कृत्य की श्रेणी में आने वाला मामला है।
इन कॉलोनियों की मांगी जांच रिपोर्ट
पिछले समय नगर पालिका को कड़ा लैटर प्रशासन ने लिखा था जिसमें उन्होंने करीब डेढ़ दर्जन कालोनाईजर्स को लिस्टेड कर उनके सम्बंध में सीएमओ शिवपुरी से 7 सूत्रीय जानकारी तलब की थी। आज इस पत्र पर क्या कुछ कार्रवाई हुई कोई पूछने वाला तक नहीं। इस सूची में अब्दुल सत्तार खान पुत्र काले खान निवासी वन विहार कॉलोनी पटवारी हल्का सिंह निवास सर्वे नंबर 2445 रकबा 0.40, हैक्टेयर, सत्येंद्र सिंह सेंगर पुत्र मेहताब सिंह सेंगर निवासी शितोले की कोठी के पास शिवपुरी टुकड़ा नंबर 2 सर्वे नंबर 1038/ 1 /1 /2 रकबा 0.400 हेक्टेयर, विद्या सिंगल पत्नी रामसेवक निवासी महल कॉलोनी शिवपुरी टुकड़ा नंबर 2 सर्वे नंबर 2626 /2 /11 26 26 /2 रकबा क्रमश: 0.057 और 0.232 हेक्टेयर, कमलजीत सिंह भाटिया पुत्र गुरबचन सिंह निवासी शिवपुरी, शिवपुरी टुकड़ा नंबर 2 सर्वे नंबर 106 /2 /1 -49 /1 रकबा 1.0264 हैक्टर भानु प्रताप सिंह टुकड़ा नंबर 2 सर्वे क्रमांक 932 /1.933 रकबा क्रमश: 0.691, 0.3601 हेक्टेयर, प्रियल कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा राजेंद्र कुमार शर्मा पुत्र रामस्वरूप निवासी सिद्ध बिहार टुकड़ा नंबर 2 सर्वे 922/ 5 रकबा 0.36 7 हेक्टेयर प्रियल कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा राजेंद्र कुमार शर्मा पुत्र रामस्वरूप निवासी सिद्ध बिहार कॉलोनी शिवपुरी टुकड़ा नंबर 2 सर्वे नंबर 902 /2 /1 रकबा 0.50 2 हैक्टेयर, चंगेज खां पठान पुत्र बाबू खां निवासी तारकेश्वरी कॉलोनी शिवपुरी टुकड़ा नंबर दो सर्वे नंबर 42 /1 /1 /1 रकबा 0.41 8 हेक्टेयर देवेंद्र कुमार गोयल पुत्र राधेश्याम गोयल निवासी पुरानी बस स्टैंड शिवपुरी टुकड़ा नंबर 2 सर्वे नंबर 669 /1 /1 रकबा 0.969 हेक्टेयर नितेश गोयल पुत्र शिव शंकर गोयल टुकड़ा टुकड़ा नंबर दो सर्वे नंबर 29 /1 /2 /1 /1 रकबा 0.4 00 है। कुसुमलता भदोरिया पत्नी उदय राज भदोरिया निवासी शिवपुरी सर्वे नंबर 932/2 रकबा 0/8 हेक्टेयर अतुल प्रताप सिंह पुत्र नरेंद्र प्रताप सिंह निवासी शिवपुरी से 2609 मिन 2 रकबा 0.200 हेक्टेयर में से 82 /200 आनंद सिंह पुत्र नारायण सिंह निवासी शिवपुरी सिंह निवास सर्वे नंबर 2667 मिन 2 / रकबा 0.5017 हेक्टर में से 282 /620। योगेश अग्रवाल पुत्र रामकिशन अग्रवाल निवासी शिवपुरी सर्वे 2598 /2 में रकबा 0.46 0 हैक्टर में से 740 /920 हेक्टेयर के सम्बंध में जानकारी 25 जनवरी को मांगी थी मगर 4 फरवरी तक भी यह रिपोर्ट नदारद है। यहां नपा के कर्ताधर्ता खुद सरकारी जमीनों को बिकवाने के आरोपों में घिर गए हैं।
इनका कहना है –
अवैध कॉलोनियों पर व नियम विरुद्ध प्लाटिंग करने वालों पर प्रशासन समय समय पर जैसे ही जानकारी मिलती है वैसे ही कार्रवाई करता रहा है, आगे कोई इस प्रकार का मामला सामने आयेगा तो कार्रवाई की जायेगी और नियम विरुद्ध कोई भी कार्य नहीं चलने दिया जाएगा – सिद्धार्थ शर्मा, तहसीलदार शिवपुरी