शिवपुरी जिले के कोलारस जनपद के किलावनी पंचायत के सिंगारपुर गांव के लोग दूषित पानी पीने को मजबूर हैं। गांव में एकमात्र हैंडपंप फरवरी में खराब हो गया, जिसके बाद से गांव के करीब 80 परिवार नदी का दूषित पानी पीकर गुजारा कर रहे हैं। दूषित पानी से ग्रामीण उल्टी-दस्त जैसी बीमारियों से ग्रस्त हो रहे हैं, लेकिन गांव के सरपंच और सचिव ने हैंडपंप को ठीक कराने की कोई पहल नहीं की है।ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने विधायक और संबंधित अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ। निराश ग्रामीणों ने अब केंद्रीय मंत्री और सांसद से मदद की गुहार लगाई है।
गांव के निवासी सुंदरलाल धाकड़ ने बताया कि इस गांव में एकमात्र हैंडपंप ही पानी का स्रोत था, जो फरवरी से खराब है। छह महीने बीत जाने के बावजूद इसे ठीक नहीं किया गया। गांव के पास से गुजरने वाली मौसमी नदी का पानी बारिश के दौरान भर जाता है, जिससे गांव के लोग पीने, नहाने और कपड़े धोने का काम कर रहे हैं। यही दूषित पानी बीमारियों का कारण बन रहा है, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। ग्रामीणों ने हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान विधायक महेंद्र यादव और अन्य नेताओं से इस मुद्दे को उठाया था। नेताओं ने आश्वासन दिया था, लेकिन चुनाव के बाद किसी ने सुध नहीं ली। पीएचई विभाग के अधिकारियों ने हैंडपंप को पूरी तरह खराब बता दिया है, लेकिन इसे ठीक करने के प्रयास नहीं किए गए। जिले के पोहरी ब्लॉक के दो गांव और बदरवास ब्लॉक के एक गांव में दूषित पानी पीने से उल्टी-दस्त की बीमारी फैल चुकी है, जिससे दो बच्चियों की मौत हो चुकी है। अब सिंगारपुर गांव भी इसी खतरे का सामना कर रहा है। गांव के सरपंच और सचिव केवल सूचना देने की बात कहकर जिम्मेदारी से बच रहे हैं। इस मामले में कोलारस एसडीएम अनूप श्रीवास्तव ने कहा कि वे गांव की जानकारी जुटाने के बाद समस्या का समाधान करने की कोशिश करेंगे।