- हादसों की श्रंखला से खूनी हुआ राजमार्ग
- स्थान स्थान पर ढाबा, पम्प और होटल संचालकों ने तोड़ बैरियर
लगातार क्रम में खूबत घाटी क्षेत्र में होने वाले सड़क हादसों की वजह ओवर ब्रिज के नवनिर्मित हिस्से में टेक्निकल त्रुटि सामने आ रही है जिसे लेकर भारत सरकार के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय को अभिभाषक विजय तिवारी ने एक पत्र लिखकर एलिवेटेड रोड के डिजाइनिंग में हुई गड़बड़ी के संबंध में चेताया था लेकिन अब तक मंत्रालय की ओर से इस सम्बंध में कोई सुधारात्मक कदम उठाया गया हो ऐसा सामने नहीं आया है।ज्ञातव्य है कि ग्वालियर से सतनवाड़ा तक राष्ट्रीय राजमार्ग के मध्य में तथा साइड में मैटेनिक साइड बैरियर लगाए गए हैं, उक्त मेटल बीम बैरियर लगाने का उद्देश्य यह होता है कि कोई जानवर आदि राजमार्ग पर ना सके तथा विपरीत दिशा से कोई वाहन चालक राज मार्ग पर ना सके।
घाटी गांव के बाद उक्त राष्ट्रीय राजमार्ग 46 की स्थिति अत्यंत दयनीय हो गई है। ढाबा होटल एवं पेट्रोल पंप संचालकों ने अपना अपना हित देखते हुए अपनी सुविधा अनुसार उक्त मैकेनिक क्रॉस बैरियर को तोड़कर अपने रास्ते बना लिए हैं, जिस कारण इन क्षेत्रों में दुर्घटनाओं में अप्रत्याशित वृद्धि हो गई है।
शिवपुरी बटालियन चौराहा से राष्ट्रीय राजमार्ग का जो बाईपास निकला है उसे बाईपास पर स्थित प्रत्येक पेट्रोल पंप तथा होटल वालों ने अपनी सुविधा अनुसार अल्युमिनियम क्रॉस बैरियर तोड़कर रास्ते बना लिए हैं, जिस कारण दुर्घटनाएं घटित हो रही हैं और जन धन की क्षति हो रही है। शिवपुरी से देवास तक राष्ट्रीय राजमार्ग के मध्य में तथा दोनों ओर अधिकांश स्थानों पर एनएचएआई द्वारा मेटल बीम क्रैश बैरियर स्थापित ही नहीं किए गए हैं, जिस कारण आए दिन हादसे हो रहे हैं। भारी भरकम टोल टैक्स चुकता करने के बावजूद भी एनएचएआई द्वारा जन सामान्य की सुरक्षा के प्रति कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा, जबकि सुरक्षा एवं सुविधा प्राप्त करना यात्रियों का संवैधानिक अधिकार है।
राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 46 पर नवनिर्मित एलिवेटेड सड़क के 300 मीटर भाग में आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। इसी प्रकार से शिवपुरी शहर से बाहर निकले बायपास मार्ग पर दुर्घटनाएं अनवरत रूप से जारी हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के विशेषज्ञों द्वारा इस सड़क मार्ग के डिजाइनिंग का परीक्षण कराया जाना अब तक प्रतीक्षित है।