यशोधरा राजे सिंधिया के प्रति निष्ठा जताने जुटे पार्षद बोले चुनाव यहीं से लड़ें महाराज नहीं तो देंगे त्यागपत्र

सिंधिया जनसम्पर्क कार्यालय पर जुटे पार्षद, दोपहर को रही हलचल
  • एक तरफ पद त्यागने की पेशकश दूसरी तरफ बंट रहा था 9 की बैठक का एजेण्डा
  • पीआईसी के कई विवादित संकल्पों पर परिषद की मोहर की तैयारी

एक तरफ शिवपुरी विधायक यशोधरा राजे सिंधिया ने शिवपुरी से चुनाव न लडऩे का ऐलान कर दिया गया है, दूसरी तरफ एक लम्बी चुप्पी के बाद उन्हें चुनाव लडऩे के लिए मनाने की खातिर कुछ राजे समर्थक भाजपा पार्षद बुधवार को त्यागपत्र की नाटकीय पेशकश के साथ सिंधिया जनसंपर्क कार्यालय पर एकत्र होना शुरू हो गए, इनमें से कुछ का कहना था कि वे यहां पॉम पार्क के उद्घाटन के क्रम में आए हैं, इनका कहना है कि हम महाराज से शिवपुरी से चुनाव लडऩे का आग्रह कर रहे हैं यदि वे हमारे आग्रह को नहीं मानेंगी तो वे सामूहिक त्याग पत्र दे देंंगे। बताया जाता है कि ऐसे पार्षदों की संख्या करीब 17 है मगर जहां तक त्याग पत्र की बात है तो यह राजनैतिक स्टंट है, उनका यह त्याग पत्र किसी सक्षम फोरम पर सामने आएगा इसमें पर्याप्त संशय है। उधर जिला अध्यक्ष राजू बाथम ने कहा कि उन्हें इस घटनाक्रम की कोई जानकारी पार्टी स्तर पर पार्षदों की ओर से नहीं मिली है।

यह स्थिति तब है जबकि यशोधरा राजे सिंधिया चुनाव न लडऩे का ऐलान अब से एक सप्ताह पूर्व कर चुकी हैं, तब से अब तक उन्हें चुनाव लडऩे के लिए मनाने की कोई कवायद किसी स्तर पर भाजपा में दिखाई नहीं दी। अब कुछ विधायक समर्थकों के प्रयास के बाद भाजपा के कुछ पार्षद यशोधरा राजे सिंधिया के चुनाव न लडऩे की स्थिति में अपना त्यागपत्र देने की पेशकश के साथ अपनी निष्ठाओं का इजहार करने सामने आए हैं। आज एक तरफ जहां त्यागपत्र की पेशकश के लिए पार्षदों का एकत्र होना जारी था वहीं इन्हीं पार्षदों के बीच परिषद के 9 अक्टूबर को होने जा रहे नपा के साधारण सम्मेलन की बैठक का एजेंडा वितरण भी किया जा रहा था। इधर आधिकारिक तौर पर किसी के द्वारा भी विधिवत त्यागपत्र देने सम्बंधी कोई पुष्टि सामने नहीं आई। कुछ पार्षदों का कहना है कि वे पहले यशोधरा राजे से निवेदन करेंगे तदोपरांत त्यागपत्र की पेशकश करेंगे।

9 को होना है परिषद का सम्मेलन, जिसमें पीआईसी के विवादित प्रस्तावों पर परिषद की मुहर लगावाने की तैयारी

परिषद के साधारण सम्मेलन को 9 अक्टूबर को आहुत किया गया है जिसमें एक से लेकर 11 बिंदु के एजेंडे में रखे गए हैं। इन बिन्दुओं में जिस बिन्दु को सबसे अंतिम स्तर पर रखा गया है वह है पीआईसी के अब तक पारित संकल्पों पर परिषद की पुष्टि की मोहर लगावाने का प्रयास जिसमें कई ऐसे विवादित संकल्प हैं जो न्याय प्रक्रियाधीन होने से पीआईसी उसमें परिषद को इन्बॉल्व करना चाहती है।

इसके अलावा प्रमुख रूप से जल प्रदाय सामग्री वर्ष 2030- 24 के लिए बुलाई गई दरों की स्वीकृति, वार्ड 7 पीएस होटल के पास बाईपास रोड से कींजरी धाम कॉलोनी में शिव किराना स्टोर तक सीसी रोड कार्य की प्राप्त हुई न्यूनतम दर स्वीकृत, एवं स्थल परिवर्तन पर विचार, वार्ड क्रमांक 13 ज्ञानी जाटव से काली माता मंदिर होते हुए लाला माटी मुख्य मार्ग तक सीसी सड़क दोनों तरफ नई निर्माण की दरों की स्वीकृति, नगरपालिका के स्वामित्व की विभिन्न मार्केट में स्थित दुकानों की ऑनलाइन नीलामी में प्राप्त उच्चतम बोली स्वीकृति तथा जिन दुकानों हेतु एक टेंडर आया उस पर विचारण, नगर पालिका परिषद शिवपुरी अंतर्गत प्रॉपर्टीज का सर्वे निजी एजेंसी के जरिए करने की निविदा जारी करने हेतु विचार बाजार बैठक वसूली के संबंध में मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणा के कार्यक्रम में की गई कार्यवाही पर विचार, निकाय स्वामित्व की ऐसी दुकान जिनके ऑफ र दाताओं द्वारा बकाया प्रीमियम राशि जमा नहीं की गई है उन दुकानों को नियम अनुसार प्रीमियम राशि राजसात करने एवं पुन: नीलामी किए जाने पर विचार, निकाय क्षेत्र में धार्मिक एवं राष्ट्रीय त्योहार तथा शासकीय कार्यों जैसे वसूली योजनाओं के कैंप में किराए में लगने वाले टैंट शामियाने, लाइट आदि पर होने वाली राशि की प्रशासकीय एवं वित्तीय स्वीकृति हेतु विचार नलकूपों की मोटर मरम्मत एवं संधारण कार्य अंतर्गत प्रचलित अनुबंध के संबंध में विचारार्थ तथा 2 मार्च 23 के बाद पीआईसी द्वारा पारित किए गए संकल्पना की पुष्टि के संबंध में विचार जैसे मुद्दे रखे गए है।

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Aarav Kanha
Aarav Kanha
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