- स्कूल में चार में से तीन गायब एक शिक्षक मौजूद मिला, मध्यान्ह भोजन की खुली पोल
- विधायक कुशवाह ने जिला शिक्षा अधिकारी से जड़ी शिकायत
जिले का शिक्षा विभाग किस कदर से खुमारी में डूबा है इसकी एक बानगी इसी बात से सामने आती है कि अधिकारियों में यह पता ही नहीं कि ग्रामीण अंचल में सरकारी स्कूलों का संचालन ठीक से नहीं हो रहा। ग्रामीण स्कूलों की कलई पोहरी विधायक कैलाश कुशवाह ने उस समय खोल डाली जब वे शासकीय स्कूल में पहुंचे तो सब कुछ अस्त व्यस्त मिला।विधायक कैलाश कुशवाह को निरीक्षण के दौरान स्कूल में एक अतिथि शिक्षक मौजूद मिला। जबकि 3 शिक्षक स्कूल से नदारद थे। विधायक ने बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले लापरवाह शिक्षकों पर नाराजगी जताई। इसके साथ ही इस बारे में जिला शिक्षा अधिकारी से फ़ोन पर शिकायत भी की है।
शुक्रवार को पोहरी विधायक कैलाश कुशवाह सेगाड़ा गांव के एकीकृत शासकीय माध्यमिक विद्यालय अचानक पहुंच गए जहां उन्होंने पाया कि स्कूल में 135 बच्चे दर्ज हैं जिन्हें पढ़ाने के लिए केवल 1 अतिथि शिक्षक मौजूद मिला जबकि स्कूल में दो शिक्षक और दो अतिथि शिक्षक बच्चों को पढ़ने के लिए नियुक्त किए गए हैं। इससे नाराज विधायक कैलाश कुशवाह ने नाराजगी जाहिर करते हुए एक पंचनामा भी बनवाया और मौके पर इसकी शिकायत जिला शिक्षा अधिकारी से भी की और लापरवाह शिक्षकों पर कार्यवाही करने की बात कही।बता दें कि इस दौरान विधायक ने बच्चों को मिलने वाले खाने के बारे में बच्चों से पूछताछ भी थी। बच्चों ने बताया कि उन्हें कच्ची रोटी दी जाती है चावल में कंकड़ निकलते हैं और साथ ही पतली सब्जी व रोटी में नमक भी नहीं डाला जाता। खास बात रही कि एक बालिका ने विधायक से कहा कि पिछले तीन दिनों से गेंहू न होने का कहकर भोजन दिया ही नहीं गया है।