- दोनो पक्ष थाने पहुंचे, सीएमओ जबरिया छुट्टी पर गए
- वार्ड 27 की महिला पार्षद ने लगाया सीएमओ पर अभद्रता का आरोप
- सीएमओ ने कहा सड़क की कोर कटिंग करने से रोका, अनर्गल आरोप लगाए
- अध्यक्ष ने कोर कटिंग पर जताई थी आपत्ति, उछले सायलेंट पार्टनरशिप के आरोप
जबसे नई परिषद अस्तित्व में आई है तब से विवादों का और पालिका का चोली दामन का संग नजर आ रहा है। नपाध्यक्ष गायत्री शर्मा अब तक सांसद प्रतिनिधि रामजी व्यास सहित दो सीएमओ के साथ विवादों की सुर्खियों में आ चुकी हैं। पूर्व में शैलेष अवस्थी और अब सीएमओ केशव सिंह के साथ उनका विवाद सुर्खियों में है। शुक्रवार को सीसी सड़कों की कोर कटिंग को लेकर अध्यक्ष गायत्री शर्मा ने वार्ड 27 की निर्दलीय पार्षद सुमन बाथम एवं उनके पति राजू बाथम की शिकायत पर सीएमओ के विरुद्ध मोर्चा खोल कर खासा हंगामा खड़ा कर दिया। सीएमओ केशव सागर की माने तो मामला यह था कि नपाप के ही प्रस्ताव के अनुरुप नगर पालिका प्रशासन प्रक्रिया के तहत शहर के विभिन्न वार्डों में बनाई गई सीसी सड़कों के गुणवत्ता परीक्षण के लिए ग्वालियर से कोर कटिंग मशीन एवं तकनीकी अमला बुलवाकर विभिन्न वार्डो में बन रही सीसी सड़कों की कोर कटिंग करा रहे थे कहीं किसी को इस कार्य में आपत्ति नहीं हुई क्योंकि यह प्रकिया हर उस विभाग में शासन के नियमानुसार अपनाई जाती है जहां भी सीसी का निर्माण होता है, बिना इस कोर परीक्षण के गुणवत्ता कैसे निर्धारित होगी। जब नपा अमला वार्ड 27 में आया तो वहां ठेकेदार के पक्ष को आपत्ति हुई, और कोर कटिंग से मना किया गया संभवत: गुणवत्ता को लेकर खुद उन्हे संशय रहा होगा। इसकी जानकारी मिलने पर वे स्वयं कोर कटिंग करवाना सुनिश्चित करने वार्ड में गए तो वहां ठेकेदार के समर्थन में पार्षद पति राजू बाथम और उनके कुछ समर्थक आ गए और विवाद करने लगे जिसकी वीडियोग्राफी नपा पर है।
रोड का एक कोर लेने के बाद इन्होंने सेंपल नहीं लेने दिया तब हमने पुलिस सहायता लेने की बात कही। बस इसी बात को लेकर अध्यक्ष भी वहां आ गईं और वे भी बिना आधारहीन तथ्यों को लेकर सेंपलिंग का विरोध करने के साथ महिला पार्षद से अभद्रता के आरोप लगाने लगीं, जबकि ऐसा कुछ हुआ ही नहीं, सब कुछ वीडियोग्राफी में है। नपा ने थाने में इस आशय का शिकायती पत्र भी दिया है। सीएमओ का कहना था कि कोर की सैंम्पलिंग में नपाध्यक्ष को अथवा पार्षद या किसी को भी आपत्ति समझ से परे है क्योंकि यह प्रक्रिया का हिस्सा है। कोर कटिंग से उनको तो खुश होना चाहिए कि गुणवत्ता के लिए यह काम किया जा रहा है। पूर्व में घटिया सड़कों के सेंपल फेल होने पर खुद नपा ने यह प्रस्ताव पारित किया था कि कोर कटिंग की जाना चाहिए, ठेकेदार के पक्ष में इस तरह से नपा की प्रक्रिया का विरोध करना उचित नहीं।
कोर कटिंग विवाद के मूल सायलेंट पार्टनरशिप भी चर्चा में
नपाध्यक्ष गायत्री शर्मा और सीएमओ केशव सिंह के बीच गहराये इस विवाद को लेकर कार्यों में सायलेंट पार्टनरशिप की चर्चा भी सरगर्म है, पूर्व में कई सड़कों के सेंपल फेल हो चुकने पर पेमेंट रोक दिया गया जिससे कतिपय ठेकेदारों के साथ उनका पूरा गठबंधन भी दिक्कत में आ चुका है। यही कारण है कि अब कोर कटिंग से आनाकानी की जा रही है।
कोर कटिंग के विरोध में नपाध्यक्ष का तर्क
गायत्री शर्मा शासकीय प्रक्रिया के विरोध में उतर कर खुद आरोपों में घिर गई हैं। उनका कहना है कि वार्ड 27 में सड़क निर्माण अभी पूरा नहीं हुआ है। ऐसे में अधबीच में कोर कटिंग से ठेकेदार काम नहीं करेगा, वैसे भी इस वार्ड में वर्षो बाद सड़क बन रही है इस तरह की कार्रवाई से काम रूक जाएगा। सीएमओ से कहा कि इस वार्ड में कुछ दिन बाद कोर कटिंग करवा लेना। उनका कहना है कि सीएमओ ने हमारी महिला पार्षद से अभद्रता की है, मैं तो कहूंगी कि उसके खिलाफ बर्खास्तगी की कार्रवाई की जाना चाहिए, इसके लिए सीएम से भी मिलना पड़े तो जाऊंगी। हालांकि कोर कटिंग करने से ठेकेदार क्यों भाग जाएगा इस तर्क का नपाध्यक्ष पर कोई जवाब नहीं है।
पार्षद एवं पार्षद पति का तर्क
वार्ड 27 की पार्षद श्रीमती सुमन बाथम के पति राजू बाथम का कहना है सड़क को डाले 28 दिन नहीं हुए, इसलिए सेंपलिंग किया जाना उचित नहीं था, यदि चार दिन बाद कटिंग हो जाती तो क्या जाता, उन्होंने कहा कि ठेकेदार आगे काम नहीं करेगा, इस आशंका के चलते उन्होंने अधिकारियों से कटिंग रोकने का अनुरोध किया था उनका ठेकेदार से कोई लेना देना नहीं। उन्होने आरोप लगाया कि सीएमओ ने उनकी पार्षद पत्नि से अभद्रता की। राजू बाथम का कहना है कि हमने निर्दलीय होकर भी भाजपा का सपोर्ट किया, और आज हमारी थाने में सुनवाई नहीं हो रही, यदि मैंने या मेरी पत्नि ने आत्महत्या कर ली तो इसका जिम्मेदार सीएमओ होगा।
सेम्पलिंग पर नपा ने दिया तर्क
नगर पालिका सीएमओ ने कहा कि यह कहना बिल्कुल गलत है कि सड़क को 28 दिन पूरे नहीं हुए, नपा पर रिकार्ड है कि यहां सड़क का ले आऊट 26 दिसम्बर को ही दे दिया गया था, तब से आज तक एक माह 14 दिन हो गये ऐसे में यह कहना कि 28 दिन नहीं हुए यह सरासर गलत है। वैसे कोर के लिए सेंपल इससे पूर्व भी लिया जा सकता है, इसमें कुछ गलत नहीं निर्माण सही हुआ तो सेंपल पास होगा, नहीं हुआ तो रिपोर्ट से तय होगा। शुक्रवार को कोर सेंपलिंग की पूर्व सूचना भी नपा ने सम्बंधित ठेकेदारों को दे दी थी, 13 सड़कों का कोर कटिंग प्रस्तावित था, ऐसे में इस तरह का विरोध औचित्यहीन है।
थाने पर देर रात चलता रहा हाई वोल्टेज ड्रामा
पहले पार्षद और पार्षद पति सीएमओ के खिलाफ अध्यक्ष के साथ थाने पर खड़े दिखाई दिए, बाद में शिकायत करने सीएमओ अपने नगर पालिका के अमले के साथ फिजिकल पुलिस थाने आवेदन लेकर पहुंचे जिसमें नपा के तकनीकी अमले और सीएमओ के साईन थे। बताया जाता है कि मौके पर एसडीएम को भी कलेक्टर ने पहुंचाया और बाद में सीएमओ को फोर्स लीव पर रवाना होने की बात कहते हुए मामले को विराम दे दिया गया।
- सीएमओ को फोर्स लीव पर भेजने के विरोध में पानी आपूर्ति ठप
- कर्मचारियों ने अध्यक्ष पर लगाए मनमानी के आरोप, पार्षदों ने अध्यक्ष को हटाने की मांग
- कोर कटिंग रोकने को दबाव बनाने खुद अध्यक्ष भी उतरी थीं मैदान में
सड़कों की कोर कटिंग को लेकर पार्षद के साथ हुए विवाद में उतरी नपा अध्यक्ष गायत्री शर्मा और सीएमओ केशव सिंह के बीच शुरू हुआ विवाद अब खासा तूल पकड़ गया है। नगर पालिका के कर्मचारियों शुक्रवार को हुए इस विवाद के बाद शनिवार को इस घटनाक्रम के विरोध में शहर की सिंध जलापूर्ति रोक दी और अन्य आवश्यक सेवाओं को भी ठप करने का लिखित ऐलान कलेक्टर के सम्मुख कर डाला। ये कर्मचारी सीएमओ को फोर्स लीव पर भेजे जाने का विरोध कर रहे हैं। कर्मचारियों ने हड़ताल के साथ प्रशासन को एक ज्ञापन भी सौंपा, जिसमें उक्त विवाद के अलावा उनके खुद के वेतन और एरियर की मांगों को भी शामिल किया गया।
अध्यक्ष ने सीएमओ पर लगाए पानी सप्लाई बाधित कराने के आरोप
उधर नपाध्यक्ष गायत्री शर्मा ने सीएमओ के खिलाफ एसडीएम दफ्तर पहुंच कर आरोप लगाए कि सीएमओ शहर की व्यवस्था को बिगाड़ना चाहता है। उन्होंने भाजपा पार्षदों की दुहाईर् देते हुए शहर के हित में काम करने सम्बंधी साफगोई भी प्रेस के सम्मुख दी।
हड़ताली कर्मचारियों ने सीएमओ की फोर्स लीव पर जताया विरोध
शनिवार को प्रशासन को सौंपे ज्ञापन में नपा के हड़ताली कर्मचारियों ने नपा अध्यक्ष पर अपनी वेतन संबंधी मांगों की अनदेखी के आरोप भी लगाए हैं। इनका कहना है कि पिछले तीन माह से उन्हें वेतन तक नहीं मिला है। शहर में पानी सप्लाई और अन्य व्यवस्थाएं अनिश्चितकाल के लिए ठप करने सम्बन्धी तथ्य से भी कलेक्टर को ज्ञापन के माध्यम से अवगत करा दिया है।कलेक्टर को सौंप गए ज्ञापन में लेख किया गया है कि दिनांक 9 फरवरी को परिषद में लिए गए निर्णय के क्रम में ही निकाय के अधिकारी कर्मचारी विभिन्न सड़कों की कोर कटिंग कर रहे थे निकाय अधिकारियों द्वारा कराई जा रही कोर कटिंग वार्ड क्रमांक 27 की पार्षद सुमन बाथम एवं पार्षद पति राजू गौतम द्वारा दबाव डालकर रोका गया। निकाय के कर्मचारियों को गाली गलौज कर अब शब्द बोले गए एवं नगर पालिका सीएमओ पर छेड़खानी संबंधी झूठी एफआईआर दर्ज करने संबंधी दबाव भी थाना कोतवाली में थाना प्रभारी के ऊपर डाला गया। इस प्रकार शासकीय कार्य करने पर भी झूठी एफ आईआर, अनावश्यक दबाव एवं मानसिक प्रताड़ना की स्थिति में हम सभी कर्मचारी अधिकारी काम करने में असमर्थ हैं।
ज्ञापन में कहा गया है कि वेतन बढ़ाने एवं एरियर की फाइल पर अध्यक्ष द्वारा स्वीकृति आदेश जारी नहीं किया जा रहा। इसके साथ ही कर्मचारियों को तीन माह से वेतन नहीं मिलने का भी विरोध किया। हड़ताली कर्मचारियों ने ज्ञापन में मुख्य नगर पालिका अधिकारी के विरुद्ध की गई फोर्स लीव पर भेजे जाने की कार्रवाई के विरोध में नगरपालिका के सभी कार्यों को निश्चित काल के लिए बंद करने का ऐलान कर दिया है। प्रशासन इस मुद्दे पर देर रात तक अपडेट लेकर सुलझाने के प्रयास करता रहा।
पार्षद हुए अध्यक्ष के खिलाफ लामबंद
इस एपीसोड के बीच शहर के तमाम भाजपा पार्षदों सहित अन्य पार्षदों ने भी अध्यक्ष गायत्री शर्मा कार्यव्यवहार और उनके संरक्षण में नपा में की जा रही आर्थिक अनियमितताओं के विरोध में भोपाल में मोर्चा खोल दिया है। एक ज्ञापन भी सीएम को सौंपने की बात कही गई है। पार्षदों का कहना है नपाध्यक्ष को पद से हटाया जाए।