- सीएम राईज स्कूल में था केन्द्र प्रवेश पत्र पर लिखा बॉयज हाई सेंकेन्ड्री स्कूल
- विभागीय गलती से 12 छात्र छात्राऐं 1:30 घंटे भटकते रहे
परीक्षा इंतजामों को लेकर प्रशासन द्वारा किए जा रहे हवा हवाई दावों की हकीकत पहले ही दिन सामने आ गई। हाई स्कूल परीक्षा सत्र शुरू होने के साथ ही कोलारस में शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है जहां विभागीय लापरवाही के चलते एक दर्जन के करीब बच्चों का भविष्य दाव पर लग गया। गलत प्रवेश पत्र वितरण के चलते दर्जन भर परीक्षार्थी यहां वहां भटकते रहे भारी हंगामें के बाद विभाग को गलती का एहसास हुआ और करीब परीक्षा समय बीतने के 1:30 घंटे बाद ये परीक्षार्थी पेपर दे सके।
विभाग कि गलती के कारण करीब एक दर्जन के करीब बच्चों का भविष्य खतरे में आ गया। बताया जाता है कि बदरवास और रन्नौद क्षेत्र के करीब एक दर्जन छात्र छात्राओं का पेपर कोलारस में होना था, जिन्हें स्कूल से जो प्रवेश पत्र मिला उसमें परिक्षा केन्द्र का पता शास बालक हाई सेंकेन्ड्री स्कूल कोलारस लिखा हुआ था। जिसके चलते निर्धारित समय से पहले जब छात्र छात्राऐं बदरवास और रन्नौद से कोलारस पहुंचे तो उनहे प्रवेश पत्र में दर्ज सेंटर शास बालक हायर सेंकेन्ड्री स्कूल कोलारस ढूंढने में एक घंटे से ज्यादा का समय लग गया। छात्र छात्राऐं शास बालक हायर सेंकेन्ड्री स्कूल कोलारस सेंटर ढूंढने के लिए मानिपुरा, जगतपुर और फिर कन्या हायर सेंकेन्ड्री स्कूल पर भटकते रहे, जहां से पता चला कि मानिपुरा में स्थित सीएम राईज स्कूल में उनका सेंटर है जिसके बाद सभी छात्र छात्राऐं सीएम राईज स्कूल पहुंचे जहां 10 मिनिट लेट होने के चलते छात्र छात्राओ को प्रवेश नही लेने दिया। इस दौरान छात्रो ने डयूटी पर तैनात कर्मिर्यों को बताया कि हम बाहर से आए है यहां सेंटर पर किसी तरह का कोई साईन बोर्ड नही लगा है जिससे यह पहचान हो सके कि यही स्कूल है जबकी स्कूल परिसर के भीतर लिख रहा है कि सीएम राईज स्कूल ऐसे में वह भ्रमित हो गए जिससे वह समझ नही पाए कि सीएम राईज स्कूल ही शास बालक हायर सेंकेन्ड्री स्कूल है जिसके चलते वह कोलारस में कई स्कूलो पर अपना सेंटर ढूंढते फि रते रहे, और लेट हो गए।
छात्रो को डीईओ ने कराया प्रवेश
छात्र छात्राऐं करीब एक घंटा स्कूल के गैट पर खड़े रहे और पैपर देने के लिए अंदर जाने की गुहार लगाते रहे। इस पूरे मामले में जब विभाग को छात्रो की परेशानी और अपनी भूल का ऐहसास हुआ तो कोलारस एसडीएम ने मामले को संज्ञान में लिया और तत्काल जानकारी एकत्रित की जिसके बाद मौके पर पहुंचे डीईओ ने छात्रो को 1:30 घंटे बाद प्रवेश कराया। जिससे छात्र परिक्षा दे सके।
गलती से छात्रा पहुंची रन्नौद, वापसी के लिए 46 किमी का सफर 20 मिनिट में तय
छात्रा मुस्कान यादव ने बताया कि वह ग्राम सुनाज में पढ़ती है जहां दो दिन पहले ही स्कूल की प्रिंसिपल अल्पना मैडम ने छात्रा मुस्कान को प्रवेश पत्र दिया और कहा कि उसका सेंटर सभी बच्चों के साथ रन्नौद है रन्नौद चली जाना। जिसके बाद छात्रा मामा प्रदीप यादव के साथ सुबह 8:30 बजे रन्नौद पहुंच गई जहां रोल स्कूल में रोल नंबर देखा तो नहीं मिला। बाद में पता चला कि मुस्कान का सेंटर कोलारस है, जिसके बाद में रन्नौद से तेजी से बाईक चलाते हुए उसके परिजन उसे 20 मिनिट में कोलारस 9:15 पर पहुंच गए। लेकिन इतनी परेशानी के बाद छात्रो को अंदर नही जाने दिया। बाद में डीईओ के हस्तक्षेप के बाद छात्रा पेपर देने जा सकी।