फिर BJP को जोर का झटका, कई नेताओं ने थामा Congress का दामन

तमाम सिंधिया समर्थकों सहित कई नेता पहले ही थाम चुके हैं Congress का हाथ
  • जितेन्द्र जैन, राकेश, पारम रावत और अर्पित शर्मा ने ली Congress की सदस्यता
  • तमाम सिंधिया समर्थकों सहित कई नेता पहले ही थाम चुके हैं Congress का हाथ

इस समय राजनैतिक परिदृश्य तेजी से बदल रहा है। इस समय कांग्रेस में एक के बाद एक कई सिंधिया समर्थक BJP नेताओं ने जहां घर वापसी की है, वहीं मूल भाजपाई भी Congress में शामिल होना शुरू हो गए हैं। इसके अलावा गैर राजनीतिक पृष्ठभूमि के चेहरे भी कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर रहे हैं।

गुरुवार को शिवपुरी के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जितेंद्र जैन गोटू ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ एवं पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह के समक्ष Congress की सदस्यता ग्रहण की वहीं एक और सिंधिया समर्थक भाजपा नेता राकेश जैन अमोल ने भी कांग्रेस ज्वाइन कर ली है। इसके अलावा पीजी कालेज के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष अर्पित शर्मा एवं पूर्व जनपद अध्यक्ष पारम रावत ने भी कमलनाथ के समक्ष राजधानी भोपाल में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। इन सभी को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मंच पर माला पहनकर एवं कांग्रेसी दोशाला पहना कर कांग्रेस में शामिल करने का ऐलान किया।

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उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व शिवपुरी जिले के पोहरी विधानसभा क्षेत्र से दो मर्तबा बहुजन समाज पार्टी से चुनाव लड़ चुके कैलाश कुशवाहा पहले ही कांग्रेस ज्वाइन कर चुके हैं, तदोपरांत सिंधिया के करीबी रहे पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष बैजनाथ सिंह यादव जो पिछले समय ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़कर भाजपा में चले गए थे उन्होंने Congress में वापसी की, सिंधिया समर्थक भाजपा नेता राकेश गुप्ता वनस्थली ने भी भाजपा का दामन छोड़कर कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली। इस श्रृंखला में नाम और भी है मसलन दिवाकर अग्रवाल भौंति और कोलारस के श्री धाकड़ ने भी पिछले दिनों कांग्रेस ज्वाइन कर ली थी।

जिला अध्यक्ष विजय सिंह चौहान का कहना है कि जो भी चेहरे Congress से जुड़ रहे हैं उनका स्वागत है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के कुशासन से जनता ऊब चुकी है और अब जनमानस परिवर्तन देखना चाहता है।

कांग्रेस महामंत्री एवं एनएसयूआई के पूर्व जिलाध्यक्ष एडवोकेट राजीव शर्मा का कहना है कि BJP की कथनी और करनी में पर्याप्त भेद है वहां कार्यकर्ताओं का कोई मूल्य नहीं है, चंद नेता पूरी व्यवस्था का दोहन कर रहे हैं और कार्यकर्ताओं की असुनवाई की जा रही है जनता भी परेशान है।

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Aarav Kanha
Aarav Kanha
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