पहले एक सुंदर पर्यटन स्थल के रूप में जाने जाने वाले भदैया कुंड की स्थिति अब बहुत खराब हो गई है। इसे साफ़ करने की और फिर से पर्यटन स्थल के रूप में उचित रूप से सुधार करने की जरूरत है।
यह एक प्रमुख पर्यटन स्थल था, जहां परिवार और पर्यटक घूमने आते थे और इसकी सुंदरता का आनंद लेते थे। वर्तमान में भदैया कुंड की स्थिति बहुत खराब हो गई है। अब वहाँ नज़र आते हैं तो केवल नशे करते या ताश खेलते लोग, वहां पहले के तरह परिवार नहीं आते हैं और पर्यटक भी इसे अवलोकन करने के लिए नहीं आते हैं। भदैया कुंड में एक जलप्रपात, मंदिर और कुंड हैं, जो पूरी तरह से प्रकृति से घिरा हुआ है। लेकिन समय के साथ, इसकी सुंदरता काफी कम हो गई है। परिवार और पर्यटक अब वहां नहीं आते हैं।
यह स्थान अब गंदा हो गया है न वहाँ की साफ़-सफ़ाई पर ध्यान दिया जहां, अब चारो तरफ़ केवल कचरा या दारू की बोतल ही दिखाई देती हैं। स्थानीय निवासी और पर्यटक इस स्थान की स्थिति से निराश हैं और सरकार से इसे सुधारने की मांग कर रहे हैं। स्थानीय निवासी कहते हैं कि वे भदैया कुंड की स्थिति से निराश हैं। उनका कहना है कि सरकार को इस स्थान की सुंदरता को बहाल करने और फिर से इसे एक बेहतर पर्यटन स्थल बनाने के लिए कदम उठाने चाहिए। हालाँकि बरसात के दिनों में कुछ लोग अभी भी वहाँ आते हैं, मौसम का आनंद लेने परंतु वो भी वहाँ की इस स्थिति से नाखुश हैं।
शिवपुरी के निवासी यश खंडेलवाल का कहना है कि – भदैया कुंड कभी एक सुंदर स्थान था,लेकिन अब वह गंदा और उपेक्षित हो गया है। सरकार को इस स्थान की मरम्मत के लिए कदम उठाने और इसे फिर से एक पर्यटन स्थल बनाने की जरूरत है।
वही दूसरी तरफ़ पराग बाथम कहते हैं की मेरे जो भी दोस्त बाहर से आते हैं मैं उन्हें घुमाने अब भदैया कुंड नहीं ले जाता क्योंकि उस जगह के हाल सही नहीं हैं और वहाँ लोग केवल आपतिजनक काम करते ही नज़र आते हैं । वही नीरज शर्मा ने कहा कि उन्हें पिकनिक के लिए अपने परिवार को भदैया कुंड ले जाना अच्छा लगता था। लेकिन अब हम यहां और नहीं आते, उन्होंने कहा। यह स्थान गंदा हो गया है और इसका ध्यान रखने वाला कोई नहीं है। शिवपुरी शहर में आज की तारीख़ में एक भी ऐसी जगह नहीं हैं जहां कचरा न हो या जहां के हाल सही हों यह एक चिंता का विषय है।