- किसान ने जमा किए 1.30 लाख मगर नहीं मिल रहा जमा धन
शिवपुरी के केन्द्रीय जिला सहकारी बैंक में हुए 80 करोड़ से अधिक के बैंक स्कैम के बाद से बैंक की माली हालत खराब है स्थिति यह है कि खाता धारकों को उनका ही जमा धन वापस नहीं मिल पा रहा और वे प्रशासन से गुहार लगाने की मजबूरी ढो रहे हैं।जिले के चिन्नौदी गांव के किसान हरगोविंद विश्वकर्मा ने मंगलवार को जनसुनवाई में अपनी समस्या रखी। उन्होंने बताया कि अपनी बेटी की शादी के लिए उन्होंने सहकारी बैंक में एक लाख तीस हजार रुपए जमा किए थे। अब बैंक इस राशि को लौटाने से इनकार कर रहा है।
हरगोविंद ने जनसुनवाई में दर्ज शिकायत में बताया कि उनकी बेटी की शादी 29 अप्रैल को तय हुई है। चैत्र नवरात्रि में टीका कार्यक्रम होना है। इसके लिए उन्होंने कई बार बैंक से संपर्क किया।हरगोविंद ने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है। उनका कहना है कि अगर समय पर पैसा नहीं मिला तो बेटी की शादी टूट सकती है। उन्होंने धीरे.धीरे यह राशि बैंक में जमा की थी। अब वे चाहते हैं कि प्रशासन जल्द से जल्द उनकी जमा राशि दिलवाएं ताकि वे शादी की तैयारियां कर सकें।

- ट्रैक्टर फाइनेंस में बिना जानकारी किसान को गारंटर बनाया अब केसीसी नहीं बन पा रहा
- फर्जी हस्ताक्षर से किसान की सिविल रिपोर्ट खराब
शिवपुरी जिले के इंदार में एक किसान के साथ धोखाधड़ी की घटना सामने आई है। गुहासा निवासी जयपाल यादव ने बताया कि उसे बिना जानकारी के ट्रैक्टर फाइनेंस में गारंटर बना दिया गया।
पीड़ित को इस धोखाधड़ी का पता तब चला जब उसे ग्वालियर जिला न्यायालय से नेशनल लोक अदालत का नोटिस मिला। जांच में सामने आया कि राजकुमार सिंह यादव ने दलालों की मदद से इंदौर के एक कार्यालय से फर्जी दस्तावेज बनवाए। इन दस्तावेजों में जयपाल के फर्जी हस्ताक्षर किए गए।जयपाल यादव ने आरोप लगाया कि उसे बिना जानकारी के ट्रैक्टर फाइनेंस में गारंटर बना दिया गया। जयपाल यादव ने आरोप लगाया कि उसे बिना जानकारी के ट्रैक्टर फाइनेंस में गारंटर बना दिया गया।
जयपाल ने बताया कि इस धोखाधड़ी से उसकी सिविल रिपोर्ट खराब हो गई है। अब वह किसान केसीसी भी नहीं बनवा पा रहा है। साथ ही उसके अन्य सरकारी काम भी रुक गए हैं। मई में उसकी बहन की शादी है जिसके लिए उसे केसीसी की जरूरत है।जयपाल ने कलेक्टर को आवेदन देकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उसने इस झूठे मामले से मुक्ति की गुहार भी लगाई है।