प्रबल जो गिरा छत से धमक तक नहीं आई

कहावत है जाको राखे साईंयां मार सके न कोई.... यह कहावत आज शहर में उस समय चरितार्थ हो गई जब एक 6 साल का बच्चा घर की पहली मंजिल से नीचे गिर गया और उसे खरोंच तक नहीं आई। हालांकि सुरक्षा के लिहाज से परिजन बच्चे को अस्पताल लेकर पहुंचे जिसे कुछ ही देर में अस्पताल से जांच के बाद छुट्टी दे दी गई।
जाको राखे साईंया मार सके न कोई....

मकान की छत से गिरा बच्चा खरोंच तक नहीं आई

कहावत है जाको राखे साईंयां मार सके न कोई…. यह कहावत आज शहर में उस समय चरितार्थ हो गई जब एक 6 साल का बच्चा घर की पहली मंजिल से नीचे गिर गया और उसे खरोंच तक नहीं आई। हालांकि सुरक्षा के लिहाज से परिजन बच्चे को अस्पताल लेकर पहुंचे जिसे कुछ ही देर में अस्पताल से जांच के बाद छुट्टी दे दी गई।

जानकारी के मुताबिक शहर के बड़े लोहरपुरा के रहने वाले नीरज रजक के मकान में मेंटेनेंस का कार्य चल रहा था। गुरुवार सुबह 7:30 बजे नीरज राजक का 6 साल का मासूम बेटा प्रबल रजक पहली मंजिल पर खेल रहा था इसी दौरान मासूम का पैर फि सलने के कारण वह पहली मंजिल से नीचे गिर गया।

परिजन बच्चे को तत्काल जिला अस्पताल लेकर पहुंचे जहां जिला अस्पताल में डॉक्टरों ने चैकअप के बाद प्रबल के माता.पिता को बताया कि उसे किसी भी प्रकार की कोई भी चोट नहीं आई है। इसके बाद प्रबल को मामूली उपचार के बाद जिला अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।

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Aarav Kanha
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