सामान खरीदी में करोड़ों के घोटाले से लेकर भर्ती घोटालों तक की बड़ी फेहरिस्त सामने
आयुष्मान योजना के नाम पर संगठित भ्रष्टाचार का बड़ा मामला भी जांच की बाट जोह रहा है
एक ऑप्थैल्मिक असिस्टेंट तो यहां पिछले कई वर्ष से सीएमएचओ स्तर तक के अधिकारियों की पोस्टिंग कराता रहा है ।
शिवपुरी मेडिकल कॉलेज का नर्सिंग एवं अन्य पदों पर हुई भर्ती का घोटाला भी एक बहुत बड़ा है
इस जांच को ऊंचे स्तर से दबाया जा रहा है।
शिवपुरी में स्वास्थ्य विभाग में भ्रष्टाचार के आरोपों ने सनसनी फैला दी है। सामान खरीदी में करोड़ों के घोटाले से लेकर भर्ती घोटालों तक की बड़ी फेहरिस्त सामने आ चुकी है। आयुष्मान योजना के नाम पर संगठित भ्रष्टाचार का बड़ा मामला भी जांच की बाट जोह रहा है।
एक ऑप्थैल्मिक असिस्टेंट तो यहां पिछले कई वर्ष से सीएमएचओ स्तर तक के अधिकारियों की पोस्टिंग कराता रहा है। मनमाफ़ी पदस्थापना के बाद अधिकारियों का मनमाने ढंग से दोहन किया जाता है। यह सब यहां पिछले कई साल से चल रहा है।
ऊपरी स्तर से दबाव
शिवपुरी मेडिकल कॉलेज का नर्सिंग एवं अन्य पदों पर हुई भर्ती का घोटाला भी एक बहुत बड़ा है। इस जांच को ऊंचे स्तर से दबाया जा रहा है। यहां सीएमएचओ कार्यालय की स्थिति यह है कि एक नेत्र सहायक और उसका नजदीकी रिश्तेदार डॉक्टर पिछले कई वर्षों से पूरे जिले को अपने अनुसार डील कर रहे हैं। यहां हुई तमाम खरीदी भी जांच की जद में है।
कई अनियमितताओं में लिप्त होने के बावजूद इनकी उच्च स्तरीय पकड़ के चलते यह अब तक कार्रवाई से अछूते बने हुए हैं।
स्वास्थ्य विभाग में भ्रष्टाचार के आरोपों ने लोगों में रोष पैदा कर दिया है। लोगों का कहना है कि सरकार को इस मामले में सख्त कार्रवाई करनी चाहिए और दोषियों को कड़ी सजा देनी चाहिए।