- 3 सैकड़ा अवैध कॉलोनियों के बावजूद नए कारोबार का श्री गणेश
- शमशान से लेकर हवाई पट्टी क्षेत्र तक हो चुकी प्लाटिंग
मंत्री लिख लिख कर हार गए, शासन निर्देश दे दे कर थक गया मगर अफसरों ने यहां अवैध कालोनाईजेशन के गोरखधंधे को खुलकर शह देना न बंद किया न कोई कार्रवाई की। भूमाफियाओं ने यहां यह हालत कर डाली है कि वे सरकारी जमीनों को भी नहीं छोड़ रहे। पुलिस विभाग के लिए प्रस्तावित भूमि भी इनके कब्जे में है तो मंदिरों और वक्फ की भूमि को भी ये बेचने से नहीं चूक रहे। शिवपुरी में अवैध कॉलोनी पर कार्रवाई को लेकर प्रशासन का लचर रवैया रह रह कर सामने आ रहा है। स्थिति यह है कि 283 कॉलोनी अकेले शिवपुरी शहर और ग्रामीण अंचल में वजूद में होने के बावजूद प्रशासन में इन पर कोई पूछने वाला नहीं। कार्रवाई नहीं कर रहा, जिसके चलते अब स्थिति यह बन गई है कि कॉलोनाइजर सोशल साईट से लेकर सरेआम घर घर पर्चे बांटकर लोगों को सस्ते दामों में रिहायशी मकान और प्लाट्स उपलब्ध कराने के पर्चे बांट रहे हैं।
यह सब अवैध कॉलोनाईजेशन का ही एक पार्ट है। थीम रोड किनारे चल रहे दो बड़े प्रोजैक्ट्स की वैधता जहां सवालों के घेरे में है वहीं विज्ञापनों और प्रचार वोर्डों से लोगों को भ्रमित कर लुभाने का यह सिलसिला समूचे शहर और आऊट ऐरिया तक में जोरों से चल रहा है। सिंह निवास में तो भू माफियाओं ने सरकारी जमीन ही बेच खाई। यही स्थिति शहर के टीवी टॉवर रोड क्षेत्र में भी देखी जा सकती है।यहां भू माफियाओं और अवैध कॉलोनियों का कारोबार करने वाले लोगों द्वारा बाजार में ऑटो से मुनादी की जा रही है तो गलियों घरों में कॉलोनियों के संबंध में सुविधाओं के सब्जबाग दिखाकर भूखंड एवं फ्लैट्स विक्रय करने की कोशिश जोर शोर से की जा रही है। इस गोरखधंधे की खासियत यह है कि इस तरह का कृत्य करने के दौरान लेश मात्र भी प्रशासन का भय संबंधित कारोबारियों को कहीं से कहीं तक नजर नहीं आ रहा।
शहर में तो और भी बुरा हाल है, यह स्थिति शहर और शहर से लगे बेल्ट में इन दिनों ज्यादा देखी जा रही है। इन पर्चों में बैंकों से अवैध कॉलोनियों में अचल संपत्ति प्लॉट्स और भवन फइनेंस कराने तक का दम यह कारोबारी भर रहे हैं। इस तरह का इनका प्रयास पूर्व में भी सफल हो चुका है, आज स्थिति यह है कि लोग अवैध कॉलोनियों में बिजली पानी सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए लोग तरस रहे हैं और अवैध कालोनियों में रहने वाले लोग प्रशासन पर निरंतर दबाव कार्य कर रहे हैं कि वह इन अवैध कॉलोनियों में मूलभूत स्ट्रक्चर खड़ा करने पर ध्यान दें। अवैध भूखंडों के जरिए कमाई भूमाफिया डकार रहे हैं, और जनता के गाढ़े कमाई के टैक्स से अर्जित शासकीय आय के बूते इनके द्वारा भेजी गई कालोनियों में इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा करने के लिए बनाया जाने वाला यह दबाव समझ से परे है।
हवाई पट्टी के क्षेत्र में बेतहाशा अवैध प्लाटिंग हुई है और प्रशासन चुप्पी साधे बैठा है जबकि आने वाले कल में यहां हवाई पट्टी का विस्तार होने पर यहां के तमाम निर्माण जब हटाए जाएगे तब कोहराम मचना तय है मगर समय रहते इसे कोई नहीं देख रहा यहां वन विभाग की कम्पार्टमेंट क्रमांक 43 की भूमि पर भी अवैध कब्जा कर भूखण्ड काट डाले गए हैं।