- वाहन चालक बोले कम वेतन में कराना चाहता है काम
शिवपुरी नगरपालिका के डोर टू डोर कचरा कलेक्शन के वाहनों के पहिए आज शुक्रवार की सुबह थम गए। इसके चलते शहर में तमाम क्षेत्रों में कचरा कलेक्शन का काम नहीं हो सका है। बता दें कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन वाहनों के ड्राइवरों ने काम बंद कर पहले नगर पालिका परिसर में हड़ताल कर विरोध प्रदर्शन किया लेकिन उन्हें नगरपालिका से भगा दिया गया। इसके बाद सभी ड्राइवर अपने वाहनों को लेकर पुराने बस स्टैंड पर आकर खड़े हुए और विरोध प्रदर्शन किया।
वेतन को लेकर बना हुआ असमंजस
काम बंद कर हड़ताल पर बैठे ड्राइवर दिनेश कुमार ने बताया कि वह आउटसोर्स कर्मचारी के तौर पर नगर पालिका की डोर टू डोर कचरा कलेक्शन के वाहनों को चलाते हैं। 25 दिसंबर को पुराने ठेकेदार का टेंडर खत्म हो गया है। इसके बाद से नए ठेकेदार का काम शुरू हो चुका है। लेकिन अब तक हमें मिलने वाले वेतन को स्थिति को साफ किया गया है और न ही ऑफ र लेटर दिए गए हैं। जिस ठेकेदार ने ठेका लिया है वह भी अब तक सामने नहीं आया है।
इसके बाद जब ठेकेदार से फोन पर संपर्क किया तो उसका कहना है कि ड्राइवर्स को न ही ऑफ र लेटर दिया जाएगा और न ही उनका पीएफ काटा जाएगा। डोर टू डोर कचरा कलेक्शन के वाहनों के ड्राइवर्स को महज 8 हजार रुपए के वेतन पर काम करना होगा। जिसे काम करना है वह करे अन्यथा अपने वाहन को नगर पालिका में छोड़ कर जा सकता है। दिनेश ने बताया कि इससे पहले हम कलेक्टर रेट पर काम करते थे। सभी ड्राइवर लाइसेंस धारी हैं लेकिन इसके बावजूद ठेकेदार अपनी मनमानी पर उतारु हो गया है।
पिछले ठेकेदार ने भी नहीं दिया चार महीने से वेतन
डोर टू डोर कचरा कलेक्शन के वाहनों के ड्राइवरों ने बताया कि महंगाई के इस दौरान में पिछले ठेकेदार द्वारा भी चार माह से वेतन का भुगतान नहीं किया गया है। पुराने ठेकेदार से जब भी वेतन की बात की जाती है तो हमें टहला दिया जाता है जिससे परिवार को पालने में परेशानी आ रही है और अब पुराने ठेकेदार ने भी नए ठेकेदार के कान भर दिए हैं। जिससे अब नया ठेकेदार भी मनमानी पर उतारु हो गया है।