जंगलराज: वन भूमि पर लहराई सरसों की फसल,जंगल में वृक्षों की तक कर दी घेराबंदी

वन विभाग की मिलीभगत से जंगल बदले खेतों में

 कुछ इस तरह का नजारा जंगल में दिखाई दे रहा है जिसमें वृक्षों के इर्दगिर्द कर डाली है फेंसिंग।

शिवपुरी जिले में फारेस्ट की मिली भगत से जंगलों का तेजी के साथ सफाया हो रहा है। यहां बदरवास वनपरिक्षेत्र के गणेशखेड़ा सब रेंज की सोनपुरा में बीट के जंगल में सरसों की लहराती खेती के वीडियो सामने आए हैं। जहां सैकड़ों बीघा वन भूमि पर आसपास के ग्रामीणों ने कब्जा कर उक्त जमीन पर न सिर्फ खेती कर डाली है बल्कि जंगली जानवरों को रोकने के लिए सैकड़ों की संख्या में खड़े खैर के पेड़ों को काटकर फसल को बचाने के लिए तार फेंसिंग भी कर दी गई।

जानकारी के मुताबिक सोनपुरा में बीट के जंगल के कक्ष क्रमांक 1215, 1211, 1214 में बड़े क्षेत्र में पहले जंगल को काटकर जमीन को समतल किया गया और फिर बाद में वन भूमि पर कृषि उपयोग के लिए बनाते हुए ग्रामीणों ने खेती करना भी शुरू कर दिया।इतना ही नहीं फसल उगने के बाद जंगल में सैकड़ों खैर के पेड़ों को काटकर जंगली जानवरों को खेतों में जाने से रोकने के लिए, खैर के पेड़ों के जरिए तार फेंसिंग भी कर दी गई। हैरत की बात यह है कि इतना सब कुछ होने के बावजूद वन विभाग के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी।

इस मामले डीएफओ सुधांशु यादव का कहना है कि कुछ ग्रामीणों ने पहले से उक्त जमीन पर कब्जा किये हुए हैं, जिसके द्वारा खेती की जा रही है उन्हें नोटिस जारी किए गए हैं। जल्द ही वन भूमि को अतिक्रमण मुक्त करा लिया जाएगा। इसके साथ ही किसी भी प्रकार से नए कब्जे को अब वन विभाग द्वारा नहीं होने दिया जा रहा है।

तबादले के बाद भी डटे रेंजर

बता दें कि बदरवास वन परिक्षेत्र के रेंजर शैलेन्द्र सिंह तोमर का स्थानातंरण ग्वालियर के कार्य आयोजन इकाई में सितंबर माह में हो चुका है इसके बावजूद चार माह गुजर जाने के बाद भी रेंजर शैलेन्द्र सिंह तोमर ने वर्तमान पदस्थापना न छोड़ते हुए ग्वालियर रवानगी नहीं डाली है।

इस पर डीएफओ सुधांशु यादव का तर्क है कि वर्तमान में रिप्लेस करने के लिए रेंज अधिकारी नहीं है। जल्द ही अन्य रेंजर को बदरवास रेंजर के पद पर नियुक्त किया जाएगा।

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Aarav Kanha
Aarav Kanha
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