- जिले में 64 परीक्षा केन्द्रों पर होगी परीक्षा
मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल ने इस बार हाईस्कूल और हायर सेकंडरी परीक्षा में नकल पर अंकुश लगाने के लिए कड़े नियम लागू किए हैं। इसके तहत अगर परीक्षा कक्ष में कोई छात्र नकल करता हैए केंद्राध्यक्ष से दुर्व्यवहार करता है या मारपीट करता है तो उसे पूरी परीक्षा से वंचित कर दिया जाएगा। साथ ही आगे भी वह बोर्ड परीक्षा नहीं दे सकेगा।जिला शिक्षा अधिकारी समर सिंह राठौड़ ने बताया कि परीक्षार्थी पर एक विषय में नकल प्रकरण बनने पर या उसमें उद्दंडता भी की हो तो केवल उस विषय की परीक्षा निरस्त होगी, लेकिन यदि एक से अधिक विषय में नकल करते पकड़ा जाता है तो उसकी संपूर्ण विषयों की परीक्षा और रिजल्ट निरस्त कर दिया जाएगा। छात्र परीक्षार्थी पर मारपीट या अन्य किसी कारण से एफ आईआर दर्ज हुई तो वह पूरी परीक्षा से वंचित कर दिया जाएगा। सहयोगी कर्मचारी पांच साल तक कार्य से वंचित रहेगा।
बोर्ड परीक्षाओं में दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने बोर्ड अफसरों को निर्देश दिए हैं कि परीक्षाओं में दोषी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करना सुनिश्चित किया जाए।जिलेभर में 42 हजार से अधिक परीक्षार्थी बोर्ड परीक्षा में शामिल होंगे। बोर्ड परीक्षा में एनसीसी को ऐच्छिक विषय के रूप में शामिल किया गया है। बोर्ड द्वारा संचालित हेल्पलाइन नंबर 18002330175 का व्यापक प्रचार.प्रसार करने के निर्देश भी दिए गए हैं। बता दें कि इस हेल्पलाइन के जरिए परीक्षा के दौरान विद्यार्थियों की मनोवैज्ञानिक काउंसिलिंग की जाती है।
माशिमं के इन नए नियमों से नकल करने वाले छात्रों के लिए एक बड़ा झटका लगेगा। इससे परीक्षा का स्तर बेहतर होगा और छात्रों को अपनी मेहनत का सही परिणाम मिलेगा।
नहीं मिलेगी अब सप्लीमेंट्री कापी, मुख्य उत्तर पुस्तिका पर लगेगा बार कोड
बोर्ड ने बदले परीक्षा के नियम, इस बार सख्ती रहेगीजागरण प्रतिनिधि,शिवपुरीमध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा जारी शेड्यूल के अनुसार 10 वीं और 12वीं के बोर्ड एग्जाम 5 फ रवरी से 5 मार्च के बीच होंगे। इस बार बोर्ड एग्जाम के नियमों में बड़े बदलाव किए गए हैं जो स्टूडेंट्स को जानना जरूरी है। इसके अलावा परीक्षा के दौरान नकल रोकने के लिए भी कड़े निर्देश जारी किए गए हैं।
जानें क्या है नए नियम
बोर्ड परीक्षाओं को पारदर्शी बनाने के उद्येश्य से माध्यमिक शिक्षा मंडल ने परीक्षा के नियमों में अहम बदलाव किए हैं। इस बार परीक्षार्थियों को ओएमआर सीट भी दी जाएगी ऐसा एमपी बोर्ड की परीक्षा में पहली बार किया जा रहा है, नई गाइडलाइन के मुताबिक बोर्ड परीक्षा के विद्यार्थियों की उत्तर पुस्तिकाओं में एक बारकोड लगाया जाएगा, हर बार जहां मूल कॉपी के अलावा एक्स्ट्रा कॉपी लेने की सुविधा होती थी वहीं इस बार छात्र अलग से सप्लीमेंट्री कॉपी नहीं ले सकेंगे।
परीक्षा में विद्यार्थियों को दो तरह की उत्तर पुस्तिकाएं मिलेंगी, नई गाइडलाइन के मुताबिक वोकेशनल और संस्कृत विषय के लिए 20 पेज की कॉपी दी जाएगी, वहीं प्रैक्टिकल एग्जाम के लिए 10वीं के विद्यार्थियों को 8 पेज और 12वीं के विद्यार्थियों को 12 पन्नों की उत्तर पुस्तिका दी जाएगी। गणित विषय में 32 पन्नों की ग्राफ कॉपी दी जाएगी। बता दें कि इस बार सप्लीमेंट्री कॉपी नहीं दी जाएगी।
बारकोड लगने से होगा ये फायदा
बोर्ड एग्जाम्स में कई बार गड़बड़ी सामने आती है। यही वजह है कि परीक्षा की पद्धति और प्रक्रिया में बड़े बदलाव किए गए हैं। उत्तर पुस्तिका में रोल नंबर और नाम लिखने की वजह से कॉपी चेकिंग के दौरान गड़बड़ी की संभावना रहती है, यही वजह कि इस बार कॉपी के ऊपर बार कोड लगाया जाएगा।
नकल पर अंकुश लगाने की जिम्मेदारी जिला शिक्षाधिकारी की रहेगी।