मुख्यमंत्री की सभा के दौरान पुलिस ने सड़क पर की पिटाई, शहर में आम रास्ता रोका

सीएम की सभा के दौरान कोलारस में ट्रैक्टर से खींच कर सड़क पर चालक को पीटा, महिलाओं ने जताया विरोध
  • सीएम की सभा को सड़क पर दी अनुमति, मुख्य मार्ग का आवागमन रोका
  • माधव चौक पर थीम रोड के दोनों रास्तों पर कर दी बेरीकेडिंग
  • एक किमी का फेर लगा कर लोगों को निकलना पड़ा

शिवपुरी में आदर्श आचार संहिता के बीच प्रशासन आमजन को परेशानी में धकेलता दिखाई दिया। सीएम के आगमन के चलते जहां कोलारस में महिलाओं को लेकर अनंतपुर से आ रहे ट्रैक्टर के चालक को उतार कर पुलिस ने बीच सड़क पर पीटा, वहीं शिवपुरी में आम रास्ते ही लोगों के आवागमन के लिए रोक दिए गए। पहली घटना कोलारस की है जहां सीएम का कार्यक्रम था इस बीच आम सड़क पर एक ट्रेक्टर ट्रॉली लेकर किसान अपने परिवार की महिलाओं के साथ आ रहा था, जिसे ट्रैक्टर साईड लगाने को पुलिस कर्मियों ने कहा जब तक वह ट्रैक्टर को साईड लगाता तब तक पुलिस दरोगा और कई पुलिस कर्मी उस पर टूट पड़े और ट्रैक्टर से खींच कर उसकी मारपीट शुरु कर दी। इस दौरान ट्रैक्टर ट्राली में सवार महिलाओं ने रोना चिल्लाना शुरु कर दिया। इनका कहना था कि उनके बहनोई उन्हें अनंतपुर से आ रहे थे पुलिस वालों ने अकारण रास्ता रोक कर पहले तो आगे जाने से रोका और जब कारण पूछा तो खींच कर मारा, और थाने भी ले जाते हुए बहनोई की पिटाई की। इस घटना के वीडियो भी वायरल हो रहे हैं।

कुछ इस तरह से दो पहिया वाहनों तक का आवागमन सीएम की सड़क पर सभा के चलते रोका गया

इधर शिवपुरी जिला मुख्यालय पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सभा दौरान भी ऐसा ही नजारा दिखाई दिया। जहां जिस माधव चौक चौराहे के पास का स्थल प्रशासन ने सभा के लिए नियत किया, वहां थीम रोड पर ही कुर्सियां लगवा दी गईं। प्रशासन ने लोगों की भीड़ जुटाने के दृष्टिगत इस टू वे सड़क मार्ग को पहले तो एक ओर से आवागमन के लिए रोक दिया फिर स्थिति यह बनी कि पुलिस फोर्स सड़क के दोनोंं ओर मार्ग अवरुद्ध करने हेतु तैनात कर दिया गया। बिना किसी पूर्व सूचना के प्रशासन ने यह निर्णय सीएम के आगमन के दृष्टिगत औचक रुप से लिया जन सामान्य को इसकी जानकारी न होने से आज शहर में गुरुवार को यातायात अराजकता की स्थिति बनती देखी गई। यहां दीपावली त्यौहार के कारण बड़ी संख्या में खरीददारी को आ रहे लोगों को गुरुद्वारा से पुरानी शिवपुरी अथवा फिर बड़े अस्पताल होकर मार्केट में पहुंचना पड़ा। बीच सड़क पर सभा की अनुमति से पूर्व प्रशासन को जन सामान्य की सुविधाओं को ध्यान में रखना था मगर ऐसा यहां नजर नहीं आया।

सीएम की तीनों सभाओं में नहीं जुट पाई अपेक्षित भीड़

  • इससे पूर्व सरकारी स्तर पर किया जाता था भीड़ प्रबंधन
  • आचार संहिता में सरकारी तंत्र ने नहीं जुटाई भीड़ फीके रहे आयोजन

शिवपुरी में सीएम शिवराज सिंह की चुनावी सभा के दौरान अपेक्षा के अनुरुप भीड़ न जुट पाना अपने आप में यहां चर्चाओं का विषय बन गया है।माधव चौक चौराहा जो कि भीड़ भरा क्षेत्र है यहां सड़क पर सीएम की सभा में भीड़ का न जुटना कई सवाल खड़े कर रहा है। भाजपा के कब्जे वाली शिवपुरी सीट पर इस माहौल ने राजनैतिक समीक्षकों को सोचने पर विवश कर दिया है। यहां सीएम की सभा के दौरान तमाम श्रमिकों को भी पारिश्रमिक देकर व्यवस्थाओं के निमित्त बुलाया गया। यहां बता दें कि इससे पूर्व मुख्यमंत्री की सभाओं में सरकारी अधिकारियों को भीड़ जुटाने का टास्क दिया जाता था, गांव गांव से लोगों सरकारी स्तर पर प्रबंध कर लाई जाने वाली बसों के माध्यम से एकत्र कराया जाता था। अब चूंकि चुनाव आचार संहिता प्रभावशील है ऐसे में सरकारी स्तर पर भीड़ प्रबंधन होने से रहा यही कारण रहा कि मुख्यमंत्री की चुनावी सभा में आम नागरिकों की वह भीड़ कहीं से कहीं तक नजर नहीं आई जो अब से पूर्व इनके आयोजनों में जुटती रही है। यह स्थिति न केवल शिवपुरी बल्कि नरवर और कोलारस में भी दिखाई दी।

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Aarav Kanha
Aarav Kanha
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