अगर चुनाव प्रचार करना होता तो मैं अपने लिए कर लेती, खुद खड़ी हो जाती: यशोधरा राजे

देवेन्द्र जैन की समर्थन के लिए दी दलीलों के बावजूद नहीं आएंगी राजे

शिवपुरी विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी देवेन्द्र जैन पत्तेवालों ने भले ही शिवपुरी विधायक एवं मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया से ग्वालियर में अम्मा महाराज राजमाता की जन्म जंयती के अवसर पर उनसे भेंट कर चुनाव में यशोधरा राजे का समर्थन हासिल करने का भरसक प्रयास किया, मगर यशोधरा राजे सिंधिया ने मौजूदा चुनावी राजनीति से खुद को प्रथक रखने का एलान सार्वजनिक तौर पर करके यह जता दिया कि वे किसी के विधानसभा चुनाव प्रचार में कहीं नहीं जाएंगी।

उल्लेखनीय है कि बुधवार को जनसंघ की संस्थापक राजमाता विजयाराजे सिंधिया की जयंती थी। इस मौके पर भीड़ भरे गरिमामयी पुण्य स्मरण समारोह के दौरान उनकी बेटी मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने छतरी पहुंच कर अम्मा महाराज को पुष्पांजलि अर्पित की। यहीं पर कार्यक्रम उपरांत प्रेस से चर्चा करते हुए मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने विधानसभा चुनाव प्रचार न करने के साफ संकेत दिए। उन्होंने कहा कि अगर चुनाव प्रचार और दौरे करने ही होते तो मैं खुद ही खड़ी हो जाती। उन्होंने कहा कि मेरा बदन साथ नहीं दे रहा है, मैंने स्वयं ही अगस्त में संगठन को बता दिया था कि मेरा स्वास्थ्य साथ नहीं दे रहा, मुझे तीन बार कोरोना हुआ, मई में भी कोराना हुआ, कोरोना के बाद मैं काम नहीं कर पा रही, जो काम पेंडिंग थे उन्हीं को खत्म करना था।

यशोधरा राजे ने कहा कि चुनाव में मेहनत करनी पड़ती है, और अब बदन मेरा साथ नहीं दे रहा था। अच्छा है सही बोलें, कुर्सी किसी और की बन जाए और कोई चेहरा आ जाए, यह भी एक दिशा दिखा देता है कि कुर्सी सदा किसी एक की नहीं रहेगी। यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि अम्मा महाराज से जुड़े लोगों को मैं इस दिन यहां बुलाती हूं, वे सब आते हैं जो उनके जीवन से प्रेरणा लेते हैं। बताया जाता है कि भाजपा प्रत्याशी देवेन्द्र जैन, जिन्हें यशोधरा राजे के स्थान पर शिवपुरी से टिकट मिला है, भी इस आयोजन में गए थे और उन्होंने यशोधरा राजे से चुनाव के लिए समर्थन मांगा और प्रचार में आने की मांग भी रखी मगर यशोधरा राजे ने अपना रुख स्पष्ट कर दिया।

गोटू के काले चश्मे वाले बयान की तल्खी अब तक कायम….

शिवपुरी से चुनाव लड़ रहे भाजपा प्रत्याशी देवेन्द्र जैन पत्तेवालों के चुनाव प्रचार में यशोधरा राजे के पोस्टर्स का भले ही इस्तेमाल किया जा रहा हो मगर वे खुद इनके प्रचार में यहां न आने के साफ संकेत दे चुकी हैं। यहां बता दें कि देवेन्द्र जैन के भाई जितेन्द्र जैन गोटू जो भाजपा छोड़ कर कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं, उन्होंने शिवपुरी विधानसभा चुनाव के एलान से पूर्व ही केबिनेट मंत्री यशोधरा राजे को टारगेट कर उन पर तीखा हमला बोला था, और तो और उन्होंने यशोधरा राजे के काले चश्मे पर व्यंग करते हुए कहा था कि काला चश्मा पहनने वालों को क्षेत्र में भ्रष्टाचार दिखाई नहीं देता। स्थिति यह बनी थी कि इसके बाद 4 सितम्बर को शिवपुरी आईं यशोधरा राजे सिंधिया ने इसका प्रतिउत्तर भी काला चश्मा पहन कर दिया था। अब जबकि गोटू के बड़े भाई देवेन्द्र जैन को ही शिवपुरी से टिकट मिल गया जिसके बाद जितेन्द्र जैन गोटू कांग्रेस में होने के बावजूद भाजपा के चुनाव प्रचार में खड़े दिखाई दिए, तो ऐसे में यशोधरा राजे की नाराजगी का अंदाजा सहज लगाया जा सकता है। जिनकी सार्वजनिक तौर आलोचना की गई हो फिर उनसे समर्थन की उम्मीद कैसे। वैसे भी यशोधरा राजे के चुनाव प्रचार के दौरान पत्तेवालों का रुख अब से पूर्व क्या कुछ रहा यह सब भी चुनावों में मायने रखता है।

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Rahil Sharma
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