पिछोर विधायक केपी सिंह कक्काजू पर पुलिस द्वारा पिछोर थाने में दर्ज की गई एफआईआर को राजनीति प्रेरित बताते हुए गुरुवार को कलचुरी समाज द्वारा विरोध प्रदर्शन करते हुए पूरे घटनाक्रम की निष्पक्ष जांच कराए जाने के लिए प्रशासन को ज्ञापन सौंपा गया।
पिछोर विधानसभा से विधायक व पूर्व मंत्री केपी सिंह कक्काजू पर भाजपा महिला मोर्चा के द्वारा एक वायरल वीडियो के आधार पर पिछोर थाने में मामला दर्ज करवाया गया था। इसके बाद लगातार विधायक पर हुई एफआईआर के विरोध में कई समाज अब तक ज्ञापन सौंप चुके हैं।
आज कल्चुरी समाज के द्वारा पिछोर विधायक व पूर्व मंत्री पर हुई एफआईआर के विरोध में पुलिस अधीक्षक को एक ज्ञापन सौंप कर एफआईआर की निष्पक्ष जांच कर एफआईआर को रद्द करने की मांग की है।
ज्ञापन देने पहुंचे अमित शिवहरे ने बताया कि जिले के स्वच्छ छवि के जन नेता केपी सिंह कक्काजू के विरुद्ध प्रशासन ने भाजपा के राजनैतिक प्रभाव से बिना जांच किए एक मिथ्या अपराध पिछोर थाने में पंजीबद्ध कर लिया है जबकि उनके वीडियो को तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया है। उन्होंने कभी भी किसी महिला के विरूद्ध सम्पूर्ण जीवन काल में कोई अपमानजनक बात नहीं कहीं है। विगत 30 वर्षों से विधायक केपी सिंह कक्काजू लगातार निर्वाचित होते रहे हैं और भाजपा लगातार पराजित होती रही है। इससे कुपित होकर आसन्न चुनाव 2023 को देखते हुए विधायक की प्रतिष्ठा धूमिल कर उन्हें बदनाम करने के लिए यह दुष्प्रचार सोशल मीडिया व अन्य तरीकों से किया जा रहा है।
इस मामले की गहन जांच करवाकर साइबर सेल उस तोड़ मरोड़ कर विडियो क्लिप को वायरल करने वाले व्यक्ति को पुलिस गिरफ्तार करे जिसने विधायक को बदनाम कर उनकी छवि को धूमिल कर राजनैतिक लाभ उठाने का कुचक्र रचा है और पुलिस थाना पिछोर द्वारा दर्ज की गई आधारहीन एफआईआर को निरस्त किया जाए। प्रशासन से सत्ता पक्ष की कठपुतली की तर्ज पर काम न करने की बात भी इन प्रदर्शनकारियों ने कही। इस प्रदर्शन में कलचुरी समाज के अवधेश शिवहरे, अमित शिवहरे सहित बड़ी संख्या में युवा मौजूद थे।
केपी सिंह पर दर्ज एफआईआर की निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर सड़कों पर कलचुरी समाज
प्रशासन को चेताया कठपुतली की तरह काम करने से बाज आए।