भाई-भाई और साले बहनोई कतार में तो कहीं चाचा भतीजा की जोड़ी आमने-सामने
भाजपा से पलायन और दलबदल का दौर लगातार जारी
शिवपुरी में विधानसभा चुनावों से ठीक पहले भारतीय जनता पार्टी से पल्ला झाड़कर Congress में शामिल हुए नेताओं के लिए एक फि लहाल राहत भरी खबर यह सामने आ रही है, कि पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ ने शुक्रवार को यह स्पष्ट कर दिया है कि विधानसभा चुनाव में दूसरी पार्टियों से शामिल हुए नेताओं को भी सर्वे के आधार पर टिकट दिया जा सकता है। शुक्रवार को भी कोलारस क्षेत्र के तमाम भाजपाईयों ने दलबदल कर कौंग्रेस का दामन थाम लिया है।
दूसरी पार्टियों से कई नेता हाल ही कांग्रेस में शामिल हुए हैं। दूसरी पार्टी से कांग्रेस में आए नेताओं को टिकट देने के सवाल पर कमलनाथ ने कहा कि ऐसे नेताओं को जब तक स्थानीय संगठन स्वीकार नहीं करता तब तक कोई पार्टी में नहीं आता है। इस पर बात करते हुए कमलनाथ ने कहा कि आला कमान ने राज्य में टिकट के लिए सर्वे कराया है और सर्वे के आधार पर ही टिकट दिया जाएगा। कमलनाथ के इस बयान से यह स्पष्ट है कि टिकट के लिए ही Congress में शामिल हुए नेताओं का विरोध करने वाले कांग्रेसियों के विरोध का ज्यादा कुछ असर टिकट वितरण पर होगा, इसकी संभावना कम है क्योंकि टिकट का एकमात्र आधार पार्टी द्वारा कराया गया सर्वे होगा और जो सर्वे के फर्मे में फिट बैठेगा वही टिकट का हकदार होगा। उल्लेखनीय है कि शिवपुरी जिले में भाजपा छोड़कर Congress में शामिल हुए नेताओं में विधायक वीरेंद्र रघुवंशी पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जितेंद्र जैन पत्तेवाले पूर्व कांग्रेस जिला अध्यक्ष और भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति के पूर्व अध्यक्ष रहे बैजनाथ सिंह यादव, सिंधिया समर्थक राकेश गुप्ता, रघुराज धाकड़ जैसे लोग शामिल है। इनमें से जितेंद्र जैन और बैजनाथ सिंह यादव जहां कांग्रेस से कोलारस विधानसभा सीट से दावेदारी ठोक रहे हैं, वहीं वीरेंद्र रघुवंशी ने शिवपुरी विधानसभा क्षेत्र से चुनावी दावेदारी पेश कर दी है।
शिवपुरी विधानसभा सीट से दावेदारी तो राकेश गुप्ता द्वारा भी की जा रही है लेकिन जबसे वीरेंद्र रघुवंशी की Congress में एंट्री हुई है तब से राकेश का जनसंपर्क अभियान एकाएक ठंडा पड़ गया है। हालांकि वीरेंद्र रघुवंशी को टिकट दिए जाने के विरोध में कांग्रेस के कुछ अन्य दावेदार आला कमान तक लामबंद होकर अपनी बात रखने की कवायद में लगे हुए हैं, लेकिन इनकी दिक्कत यह है कि इनमें से यदि किसी एक के नाम पर भी सर्वानुमति की बात की जाए तो कोई भी नेता किसी एक भी नाम पर सर्वानुमति की स्थिति में यहां नजऱ नहीं आता।
तीन रिश्तेदार हो रहे भीतर बाहर
शिवपुरी जिले की कोलारस और शिवपुरी विधानसभा सीट पर बड़ा रोचक समीकरण दिखाई दे रहा है। आपस में साले बहनोई का रिश्ता रखने वाले जितेंद्र जैन पत्तेवाले और उनके भाई पूर्व विधायक देवेंद्र जैनपत्ते वालों के सगे बहनोई राकेश गुप्ता वनस्थली की तिकड़ी अपने अपने लिए टिकट की मांग कर रही है। जितेंद्र जैन जहां कोलारस विधानसभा सीट से कांग्रेस से टिकट की मांग कर रहे हैं, वहीं उनके बड़े भाई देवेंद्र जैनपत्तेवाले भारतीय जनता पार्टी से टिकट की दावेदारी में सबसे आगे खड़े दिखाई दे रहे हैं।
वर्तमान में कोलारस के जो टिकट समीकरण हैं उनमें किसी भी पार्टी से मिले लेकिन एक पत्ते वाले को टिकट मिलना लगभग तय माना जा रहा है। यह भी तय है कि यदि कोलारस से किसी पत्ते वाले को टिकट मिलता है तो शिवपुरी से फि र उनके बहनोई राकेश गुप्ता को टिकट की संभावना कम हो जाएगी। दोनों ही पार्टियों में रिश्तेदारों का यह त्रिगुट शिवपुरी और कोलारस में राजनीतिक समीकरणों को प्रभावित कर रहा है।
पोहरी में चाचा भतीजा दोनों दौड़ में
जिले के पोहरी विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो यहां मंत्री का दर्जा प्राप्त पूर्व विधायक नरेंद्र बिरथरे जहां भारतीय जनता पार्टी से बगावती तेवरों के साथ एग्रेसिव होकर टिकट की दावेदारी जता रहे हैं वहीं उनके सगे भतीजे सोनू बिरथरे भी पूरी ताकत से टिकट की दौड़ में चाचा की दावेदारी को चुनौती देते दिखाई दे रहे है। पोहरी विधानसभा से मौजूदा विधायक भाजपा एवं राज्य मंत्री सुरेश राठखेड़ा के टिकट पर भाजपा का सर्वे आड़े आता है तो प्रहलाद भारती की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता। यहां से Congress प्रद्युम्न वर्मा, कैलाश कुशवाह और कल्याण वर्मा के नाम पर पैनल विचार कर सकता है।