-सिंधिया ने पीड़ितों से वीसी पर की चर्चा, प्रशासन से लेते रहे रेस्क्यू का अपडेट
जिले के कोलारस क्षेत्र में सिंध के उफान ने जनजीवन को प्रभावित किया है। बीती रात 8 लोग रात भर सिंध नदी के उफान के कारण वहां फंस गए जिन्हें रेस्क्यू कर प्रशासन ने बमुश्किल सुरक्षित बाहर निकाला। इस आपरेशन के दौरान केंन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया स्थानीय प्रशासन सतत सम्पर्क में तब तक रहे जब तक कि सभी लोगों को सुरक्षित नहीं निकाल लिया गया वे रात को भी इस रेस्क्यू की मानिटरिंग कर ऑन लाइन जायजा लेते रहे। दरअसल सिंध के उफान में वहां रपटे के ऊपर से जा रही सिंध नदी में दो बाइक सहित पूरा परिवार बहने की सूचना सामने आई और वहीं एक चरवाहे के भी पानी के उफान में फंसे होने की खबर मिली।
रपटे से बहा बाइक पर बैठा परिवार, ग्रामीणों ने बचाई जान-
गुरूवार की शाम लगभग 6 बजे कोलारस थाना क्षेत्र के भडौता रन्नौद मार्ग पर सिंध में आए उफान के कारण रपटे के ऊपर पानी बहने लगा था। तभी एक बाइक पर पर सवार मां बेटा सहित एक अन्य रिश्तेदार नदी के तेज बहाव में बह गए। उसी समय किनारे पर खड़े ग्रामीणों ने नदी में कूदकर तीनों की जान बचाई।
शिवपुरी शहर के फिजिकल क्षेत्र का रहने वाला अनुराग दांगी पुत्र भानू प्रकाश दांगी अपनी मां आशा दांगी के साथ रन्नौद के बीजरी गांव से वापस बाइक पर सवार होकर लौट रहा था। इस दौरान उसके साथ बीजरी गांव का रहने वाला रिश्तेदार ब्रजेश पुत्र धीरज सिंह दांगी भी बाइक पर सवार था। तेज बारिश के चलते आज शाम सिंध नदी उफान पर थी तभी बाइक चालक ने बाइक को भड़ौता रन्नौद मार्ग के बीच बने सिंध नदी के रपटे पर से उतार दिया था। रपटे से कई फ़ीट पानी होने के चलते पहले आशा पानी के तेज बहाव में वह गई। जिसे बचाने के फेर में बेटे अनुराग और बृजेश रपटे से कूद गए। इसी दौरान एक बाइक पर सवार दो लोग भी पानी के तेज बहाव में बहने लगे। घटना के वक्त मौके पर आसपास के ग्रामीण मौजूद थे जिन्होंने नदी के तेज बहाव में कूद कर सभी की जान बचा ली।
रात भर फंसे रहे 8 लोग-
भड़ौता रन्नौद मार्ग रेशम माता मंदिर के पास सिंध और गुंजारी नदी के बीच बने टापू पर गुरुवार की देर शाम कुछ राहगीर दोनों नदियों के बीच बने टापू पर नदियों का जलस्तर बढ़ने के चलते फंस गए। टापू पर फंसे लोगों ने इसकी सूचना फोन कर परिजनों तक पहुंचाई थी। देर रात परिजनों के जरिए सूचना प्रशासन तक पहुंची थी। सूचना के बाद मौके पर पुलिस प्रशासन सहित एसडीईआरएफ की टीम ने डेरा डाल लिया था। सिंध नदी में तेज बहाव और टापू की ऊंचाई के चलते रात में रेस्क्यू संभव नहीं हो सका था। लेकिन आज शुक्रवार की सुबह 6 बजे से टीम ने रेस्क्यू शुरू किया। करीब डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद टापू पर फंसे सभी 8 लोगों को बोट के जरिए सुरक्षित वापस लाया गया।
यह फंसे थे लोग-
अजीत पुत्र राजेश केवट उम्र 14 साल निवासी भड़ौता, करण पुत्र कल्याण केवट उम्र 13 साल निवासी भड़ौता, पवन पुत्र बलवीर दांगी उम्र 23 साल निवासी देहरदा, गणेश केपी पुत्र पंचम सिंह गुर्जर उम्र 20 साल निवासी भड़ौता, रवि पुत्र जगदीश दांगी उम्र 18 साल निवासी देहरदा, गणेश नासिर पुत्र अब्दुल हलीम उम्र 22 साल निवासी खनियाधाना, विवेक पुत्र प्रेम खटीक उम्र 22 साल निवासी खनियाधाना, साहिल पुत्र शाहरुख उम्र 17 साल निवासी खनियाधाना। इन सभी को रेस्क्यू कर निकाल लिया गया। केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने सभी लोगों से वीडियो काल पर उनकी कुशल क्षेम पूछी।
भैंस चराने गया था, नदी में आए उफान के चलते फंसा-
शिवपुरी जिले के इंदार थाना क्षेत्र के चितारा पंचायत के पास गुरुवार को भैंस चराने गया एक चरवाहा सिंध नदी में आए उफान के चलते टापू पर फंस गया। जिसका आज सुरक्षित रेस्क्यू इंदार थाना पुलिस ने लिया।जानकारी के मुताबिक मझारी गांव का रहने वाला राजपाल यादव 32 गुरुवार को अपनी भैंसों को चराने सिंध नदी के टापू पर गया हुआ था। शाम तक सिंध नदी में जलस्तर बढ़ने के चलते सिंध नदी के पानी ने टापू को चारों ओर से घेर लिया था। इसके बाद राजपाल टापू पर ही फंस कर रह गया।
सूचना मिलने के बाद इंदार थाना पुलिस ने गुरुवार की रात मौके पर पहुंचकर मुआयना किया लेकिन रात में राजपाल यादव का रेस्क्यू संभव नहीं हो सका था। आज शुक्रवार की सुबह टापू पर फंसे राजपाल को सुरक्षित निकालने का अभियान इंदार थाना पुलिस के द्वारा शुरू किया गया था। मौके पर मौजूद थाना प्रभारी दिनेश सिंह नरवरिया सहित अन्य पुलिसकर्मियों ने रस्सी की मदद से राजपाल यादव को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।