नगर पालिका परिषद शिवपुरी द्वारा लुधावली में संचालित गौ शाला में एक ही रात में 14 गायों की मौत से समूचा सोशल मीडिया भले ही गर्मा गया हो मगर जिम्मेदारों की चमड़ी इतनी मोटी है कि वे बेशर्मी पूर्ण ढंग से इस घटना पर भी उल्टे सीधे तर्कों का मुलल्मा चढ़ाने में जुट गए हैं। गायों के मरने की खबर से न केवल गौ सेवक बल्कि शहरवासी भी दुखी और आक्रोशित हैं। बताया जा रहा है कि इस गौ शाला को पहले सामाजिक संगठन से जुड़े सेवा भावी लोग चला रहे थे मगर नई नगर पालिका जबसे अस्तित्व में आई तो यहां से समाजसेवियों का दखल खत्म कर दिया गया और कुछ महीने पहले नगर पालिका ने स्वयं इसकी व्यवस्था संभाल ली। आज जब एक ही रात में 14 गायों के मरने की खबर सामने आई और लोगों ने देखा तो गौशाला में गायों के शव बिछे यत्र तत्र पड़े दिखाई दिए, इन्हें देखने वाला भी कोई नहीं था। यहां परिसर में मौजूद कुछ गाय अपनी अंतिम सांसें गिन रही हैं पूरा मैदान कीचड़ से सना हुआ था जहां सड़ांध फैल रही थी। गोवंश के लिए स्टॉक में मात्र पांच छह कट्टों में भूसा भरा हुआ था जबकि गौ शाला में 300 से अधिक गाय मौजूद हैं। इनके लिए इतना कम चारा होना नपा की लापरवाही को सामने रखता है इसके ठीक उलट नपा अध्यक्ष का कहना है कि प्रतिदिन भूसा ट्रॉली में भरकर लाया जाता है।
नगर पालिका ने समाज सेवियों से छीनी सेवा
स्थानीय लोगों ने बताया कि पहले एक समाज सेवी संस्था और हम लोग यहां आकर गौ सेवा करते थे, लेकिन कुछ महीने पहले नगर पालिका के जिम्मेदारों ने उस संस्था को और हमें बाहर निकाल दिया और हम पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया। तब से गौ शाला में प्रतिदिन बड़ी संख्या में गायों की मौत हो रही हैं। जिनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। गोशाला क्षेत्र के रहने वाले राम प्रसाद ने बताया कि एक ही रात में 14 गोवंश की मौत हुई है। हर रोज गोशाला में इनकी अनदेखी के चलते मौत हो रही है। इस गोशाला में रजिस्टर पर कई कर्मचारियों के नाम चढ़े हैं लेकिन दो से चार कर्मचारी ही इस गोशाला में काम करते नजर आते हैं। पहले हम सेवाभाव से गौ शाला में सेवा करने जाते थे लेकिन अब नपा के द्वारा हमारा जाना प्रतिबंधित कर दिया है।
सांसद प्रतिनिधि ने लगाए आरोप
नपा उपाध्यक्ष पति व सांसद प्रतिनिधि राम जी व्यास ने इस घटना को दुखद बताया है कि रामजी व्यास का कहना कि गोशाला में पूर्व में भी गोवंश की मौतें हो चुकी है लेकिन इससे नपा ने कोई सबब नहीं लिया गया। रामजी व्यास ने कहा कि मुख्य नगर पालिका केशव सागर ने वेटनरी का कोर्स किया हुआ है साथ ही वह सीएमओ भी हैं तो ऐसे में वह चाहे तो गोवंश की मौत का असल कारण पता लगा कर दोषियों पर कार्रवाई कर सकते हैं।
विधायक वीरेंद्र ने की नाराजगी व्यक्त
हाल ही में भाजपा को छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए कोलारस विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने गोवंश की मौत के बाद नाराजगी व्यक्त की है, उन्होंने कहा कि मैंने पत्र लिखकर शहर की सड़कों पर घूम रही गायों को कोलारस के धर्मपुरा गोशाला भेजने के लिए आग्रह किया था लेकिन राजनीतिक फायदे के लिए ऐसा नहीं होने दिया। विधायक ने कहा लगातार गोवंश की मौत मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के लिए शुभ संकेत नहीं है।
श्रेय लेने की होड़ में समाज सेवी संस्था को हटा कर नपा ने ली जिम्मेदारी
इस मामले में साफ है कि सिर्फ श्रेय लेने की होड़ में समाज सेवी संस्था को इस काम से हटाकर नगर पालिका ने स्वयं जिम्मेदारी तो ले ली लेकिन जिम्मेदारी का निर्वहन ठीक ढंग से नहीं किया जा रहा है। यही वजह है कि गायों की मौत का सिलसिला प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है
इनका कहना है-
नगरपालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हम बीमार गायों को बाहर से लाकर इलाज करवाते हैं। इसमें कुछ गाय मर जाती हैं, जबकि कुछ स्वस्थ हो जाती हैं। इनकी मौत की वजह पॉलीथिन खाना है। नपा अध्यक्ष का कहना है कि आज तीन गाय की मौत हुई और बीते रोज तीन गायों की मौत हुई थी। बीमार गायों का इलाज डॉक्टरों द्वारा प्रतिदिन किया जा रहा है।